अमेरिका में बने C-130J सुपर हरक्यूलिस मालवाहक विमान का रैंप धीरे-धीरे खुलता है, क्योंकि लद्दाख की बर्फीले पहाड़ों के ऊपर एक चार इंजन वाले मालवाहक विमान की गति स्थिर है. धीरे धीरे भीतर का अंधेरा बाहर से आती तेज रोशन से चमकता है. कुछ सेकंड के अंदर ही ऑक्सीजन मास्क पहने एक पैराट्रूपर रैंप के किनारे की ओर चलता है, अपना थंब दिखाता है और फिर नीचे कूदता है. इसके बाद एक एक कर कई पैराट्रूपर्स ऐसा करते दिखते हैं. उनके पीछे धीरे-धीरे लद्दाख के पहाड़ भी घूम जाते हैं. कुछ सेकेंड के इस वीडियो में आप देख सकते हैं कि कैसे एक एक पैरा ट्रूपर्स सुपर हरक्यूलिस से नीचे जंप कर रहे हैं.
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की लद्दाख यात्रा के दौरान आज यह प्रदर्शन किया गया. राजनाथ सिंह ने आज पैंगोंग झील के पास लुकुंग चौकी पर सैनिकों को संबोधित किया, यह इलाका वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) से 43 किलोमीटर दूर जहां 15 जून को भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच हिंसक झड़प हुई थी. लुकुंग एक संयुक्त पोस्ट है, जहां भारतीय सेना और भारत तिब्बत सीमा पुलिस (ITBP) तैनात हैं.
बता दें कि पूर्वी लद्दाख (East Ladakh) में भारत और चीन के सैनिकों के बीच हुए हिंसक संघर्ष के करीब एक माह बाद सीमा (LAC) सीमा पर स्थिति की समीक्षा करने के लिए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Defence Minister Rajnath Singh) शुक्रवार को लेह में उतरे. दोनों देशों के बीच इस हिंसक संघर्ष में भारत के 20 जवानों को जान गंवानी पड़ी थी, खबरों के अनुसार चीन के करीब 45 सैनिकों की इस संघर्ष के दौरान या तो मौत हुई थी या वे गंभीर रूप से घायल हुए थे.
इस मौके पर सैनिकों को संबोधित करते हुए रक्षा मंत्री ने कहा, "अब तक जो भी बातचीत हुई है, वह मामला सुलझ जाना चाहिए... लेकिन किस हद तक इसे हल किया जाएगा, मैं गारंटी नहीं दे सकता. हालांकि, मैं आपको आश्वस्त करना चाहता हूं कि हमारी जमीन का एक इंच भी किसी भी शक्ति द्वारा नहीं लिया जा सकता है. राजनाथ ने कहा, "भारत दुनिया का एकमात्र देश है जिसने दुनिया को शांति का संदेश दिया है. हमने कभी किसी देश पर हमला नहीं किया है और कभी किसी देश की जमीन पर दावा नहीं किया है.भारत ने इस संदेश में विश्वास करता है कि दुनिया एक परिवार है.”
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं