चेन्नई:
कर्नाटक संगीत के प्रसिद्ध गायक एम बालमुरली कृष्ण का आज यहां निधन हो गया. उन्होंने चार दशकों तक अपने संगीत से श्रोताओं को लुभाया.
उनके परिवार के सू़त्रों ने कहा कि 86 साल के गायक कुछ समय से बीमार थे और आज यहां अपने घर पर उन्होंने अपनी अंतिम सांसें लीं.
संगीत क्षेत्र की बेहद सम्मानित हस्ती बालमुरली कृष्ण राष्ट्रीय एकता को समर्पित प्रसिद्ध गाने 'मिले सुर मेरा तुम्हारा' में दिखे थे, जिसमें उन्होंने तमिल में कुछ पंक्तियां गाईं थीं.
1965 में आई शिवाजी गणेशन अभिनीत 'तिरूविलयादल' का उनका गाना 'ओरू नाल पोथुमा' तमिल श्रोताओं में बेहद लोकप्रिय हुआ था.
बालमुरली कृष्ण ने तमिल और तेलुगू की कई फिल्मों में अभिनय भी किया था. उन्हें पद्म विभूषण सहित कई पुरस्कारों से सम्मानित किया गया.
कर्नाटक संगीत की शीर्ष हस्तियों ने उनके निधन पर शोक जताया है.
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
उनके परिवार के सू़त्रों ने कहा कि 86 साल के गायक कुछ समय से बीमार थे और आज यहां अपने घर पर उन्होंने अपनी अंतिम सांसें लीं.
संगीत क्षेत्र की बेहद सम्मानित हस्ती बालमुरली कृष्ण राष्ट्रीय एकता को समर्पित प्रसिद्ध गाने 'मिले सुर मेरा तुम्हारा' में दिखे थे, जिसमें उन्होंने तमिल में कुछ पंक्तियां गाईं थीं.
1965 में आई शिवाजी गणेशन अभिनीत 'तिरूविलयादल' का उनका गाना 'ओरू नाल पोथुमा' तमिल श्रोताओं में बेहद लोकप्रिय हुआ था.
बालमुरली कृष्ण ने तमिल और तेलुगू की कई फिल्मों में अभिनय भी किया था. उन्हें पद्म विभूषण सहित कई पुरस्कारों से सम्मानित किया गया.
कर्नाटक संगीत की शीर्ष हस्तियों ने उनके निधन पर शोक जताया है.
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