गोचर:
बाढ़ग्रस्त उत्तराखंड के ऊपरी इलाकों में बचाव कार्यों के लंबा खिंचने के मद्देनज़र आईटीबीपी ने दिन रात राहत कार्य करने के कारण थक चुके अपने जवानों को वापस बुलाने और उनके स्थान पर अपनी सेना की नई टुकड़ियां यहां भेजने का निर्णय लिया है।
सूत्रों के अनुसार भारत तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) ने केदारनाथ, बद्रीनाथ, हर्षिल और गौरीकुंड इलाकों से करीब 45 जवानों को वापस बुलाकर उनके स्थान पर इतने ही अन्य जवान तैनात करने का निर्णय लिया है।
आईटीबीपी के डीआईजी अमित प्रसाद ने पीटीआई से कहा, ‘‘हां, हमने नई टुकड़ियां भेजने का निर्णय लिया है। जवानों को मौसम साफ होते ही भारतीय वायुसेना के हेलीकॉप्टरों की मदद से भेजा जाएगा।’’ आईटीबीपी के जवान 17 जून को बाढ़ आने के बाद से राहत कार्यों में मुश्तैदी से लगे हुए हैं। राज्य में राहत कार्य के लिए आईटीबीपी के 1000 जवान तैनात किए गए हैं।
सूत्रों के अनुसार भारत तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) ने केदारनाथ, बद्रीनाथ, हर्षिल और गौरीकुंड इलाकों से करीब 45 जवानों को वापस बुलाकर उनके स्थान पर इतने ही अन्य जवान तैनात करने का निर्णय लिया है।
आईटीबीपी के डीआईजी अमित प्रसाद ने पीटीआई से कहा, ‘‘हां, हमने नई टुकड़ियां भेजने का निर्णय लिया है। जवानों को मौसम साफ होते ही भारतीय वायुसेना के हेलीकॉप्टरों की मदद से भेजा जाएगा।’’ आईटीबीपी के जवान 17 जून को बाढ़ आने के बाद से राहत कार्यों में मुश्तैदी से लगे हुए हैं। राज्य में राहत कार्य के लिए आईटीबीपी के 1000 जवान तैनात किए गए हैं।
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