नेशनल हेराल्‍ड मामले में राज्‍यसभा में दूसरे दिन भी कार्यवाही रही ठप

नेशनल हेराल्‍ड मामले में राज्‍यसभा में दूसरे दिन भी कार्यवाही रही ठप

हेराल्ड मामले में राज्‍यसभा की कार्यवाही ग्यारह बार स्थगित हो चुकी है (फाइल फोटो)

नई दिल्‍ली:

नेशनल हेराल्ड मामले में कांग्रेस सांसदों के ज़ोरदार विरोध के कारण राज्यसभा की कार्रवाई लगातार दूसरे दिन भी ठप रही। सदन में सत्तापक्ष और कांग्रेस के सांसदों के बीच तीखी बहसबाज़ी भी हुई। हेराल्ड मामले में बीते दो दिन में उच्च सदन की कार्यवाही अब तक ग्यारह बार स्थगित हो चुकी है।

दोपहर 3 बजे प्रतिपक्ष के नेता गुलाम नबी आज़ाद और संसदीय कार्य राज्यमंत्री मुख़्तार अब्बास नकवी के बीच जोरदार बहस छिड़ गई। आज़ाद ने कहा कि सरकार ने प्रवर्तन निदेशालय को अपने राजनीतिक विरोधियों के पीछे छोड़ दिया है।उन्होंने कहा कि ईडी के निदेशक ने नेशनल हेराल्ड मामले को बंद कर दिया था लेकिन अगस्त में सरकार ने उस निदेशक को हटा कर नए निदेशक की नियुक्ति कर दी। सरकार और सुब्रह्मण्यम स्वामी के इशारे पर इडी के नए निदेशक ने हेराल्ड केस को दोबारा खोल दिया। 

गुलाम नबी आजाद बोले, दोष सरकार का
आज़ाद ने आरोप लगाया कि सरकार सुब्रह्मण्यम स्वामी के कहने पर चलती है। मामले में दोष अदालत का नहीं, बल्कि सरकार का है। इस पर नकवी ने कहा कि कांग्रेस सामंती मानसिकता से पीड़ित है। उन्‍होंने राहुल गांधी का नाम लिए बग़ैर कहा कि 'इनको लगता है कि इनके युवराज के खिलाफ निर्णय होने वाला है। लेकिन वो सदस्य आपके लिए सामंती परिवार का सदस्य होगा, देश की नज़र में यह दो लोगों का व्यक्तिगत मामला है'। नकवी ने कहा कि कांग्रेस बाहर निकलने का रास्ता खोजे बिना चक्रव्यूह में फंस चुकी है। इस बहसबाज़ी के बीच उप सभापति ने कार्यवाही को गुरुवार सुबह तक के लिए स्थगित कर दिया।

राजनीतिक बदले से काम कर रही : आनंद शर्मा
इससे पहले कांग्रेस के आनंद शर्मा ने सरकार पर राजनीतिक बदले की भावना से काम करने का आरोप लगाया और कहा कि  सरकार की एजेंसियां विपक्षी दलों के खिलाफ काम कर रही हैं। सरकार की प्रवृत्ति विरोधियों को प्रताड़ित करने की है। शर्मा ने ललितगेट मामले में एफआईआर दर्ज करने की मांग की। इस पर नकवी ने कहा कि सरकार संवैधानिक संस्थाओं के दुरुपयोग के विषय पर चर्चा कराने के लिए तैयार है। जवाब में आनंद शर्मा ने कहा कि चर्चा बाद में करेंगे, पहले सरकार एफआईआर दर्ज कराए। लगातार हंगामे के बीच सदन की कार्यवाही बार-बार स्थगित होती रही। इस बीच, नकवी ने आनंद शर्मा पर कुतर्क का आरोप लगाते हुए पूछा कि कांग्रेस किसके खिलाफ एक्शन की मांग कर रही है, कौन अपराधी है कौन गुनहगार है यह अदालत तय करेगी संसद नहीं।

मोदी के खिलाफ कांग्रेस सांसदों ने की नारेबाजी
कांग्रेस सांसद राज्यसभा में बुधवार सुबह आलम यह था कि उप सभापति पीजे कुरियन के अपनी सीट पर बैठने से पहले ही कांग्रेस के सांसद उनकी कुर्सी के पास आकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। कांग्रेस सांसदों ने 'मोदी तेरी तानाशाही नहीं चलेगी नहीं चलेगी' के नारे लगाए। उधर बीजेडी के सांसदों ने भी उड़ीसा की पोलावरम परियोजना के खिलाफ नारेबाज़ी शुरू कर दी।

पुकारे जाने के बावजूद सांसद ने पेश नहीं की रिपोर्ट
शोरशराबे के बीच उप सभापति पीजे कुरियन ने विधायी  कामकाज शुरू करते हुए सभापटल पर रखे जाने वाले पत्रों के लिए सांसदों का नाम पुकारा। इसके बावजूद कांग्रेस के वानसुक सीम ने गुवाहाटी के बारे में एक रिपोर्ट पेश नहीं की। इसी तरह कांग्रेस के विप्लव ठाकुर ने ऊर्जा पर संसद की स्थाई समिति की रिपोर्ट को भी पेश नहीं किया। इस पर कुरियन ने कहा कि सदन में रिपोर्ट पेश करना आपका कर्तव्य है। हंगामे के बीच कुरियन ने किसी तरह बचे हुए कागजात सदन के पटल पर रखवाए।

मिला टीएमसी के डेरेक ओ' ब्रायन का साथ
 नारेबाज़ी के शोर के बीच संसदीय कार्य राज्यमंत्री मुख़्तार अब्बास नक़्वी ने कांग्रेस पर जनादेश का अपमान करने का आरोप लगाया और उप सभापति से सदन का कार्यवाही स्थगित न करने का अनुरोध किया। राज्यसभा में कांग्रेस को टीएमसी के डेरैक ओ' ब्रायन का साथ भी मिल गया। ब्रायन ने सरकार पर  खुले तौर पर राजनीतिक बदला लेने का आरोप लगाया। नकवी ने कहा कि सदन में व्हिसल ब्लोअर बिल, अनुसूचित जाति एवं जनजाति अत्याचार निरोधक संशोधन बिल और मंहगाई पर चर्चा जैसे कई काम लंबित पड़े है।

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