'दिल्ली हिंसा पर सरकार होली के बाद बहस को तैयार', लोकसभा स्पीकर के इस बयान पर विपक्ष भड़का, कागज फेंके

दिल्ली हिंसा पर चर्चा कराने के लिए अड़े विपक्ष के हंगामे के बीच लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने कहा है कि इस पर हर मुद्दे पर सरकार होली के बाद लोकसभा में चर्चा कराने के लिये तैयार है.

'दिल्ली हिंसा पर सरकार होली के बाद बहस को तैयार', लोकसभा स्पीकर के इस बयान पर विपक्ष भड़का, कागज फेंके

लोकसभा स्पीकर ने पूरे दिन के लिए लोकसभा स्थगित कर दी है.

खास बातें

  • लोकसभा दिन भर के लिए स्थगित
  • स्पीकर के बयान पर भड़का विपक्ष
  • स्पीकर ने कहा- जो हुआ उससे दुखी
नई दिल्ली:

दिल्ली हिंसा पर चर्चा कराने के लिए अड़े विपक्ष के हंगामे के बीच लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने कहा है कि इस पर हर मुद्दे पर सरकार होली के बाद लोकसभा में चर्चा कराने के लिये तैयार है. उनके इस प्रस्ताव पर विपक्षी सांसद भड़क गए और पन्ने फाड़कर स्पीकर की ओर फेंकने लगे.  ओम बिरला ने हंगामा कर रहे विपक्ष के सांसदों को नसीहत देते हुए कहा कि  सदन में प्ले कार्ड लाना ठीक नहीं.  विपक्षी पार्टियां स्पष्ट करें की प्लेकार्ड लाए जाने चाहिए या नहीं. उन्होंने कहा कि सदन सबकी सहमति से चलता है. इसके साथ ही ओम बिरला ने उन सांसदों को चेतावनी दी कि  वेल में आने वाले कार्रवाई होगी फिर चाहे वे सत्ता पक्ष के सांसद हों या फिर विपक्ष के. ओम बिरला ने कहा कि सांसद को पूरे सत्र के लिए निलंबित किया जाएगा. लेकिन अध्यक्ष की हिदायतों के बाद भी लोकसभा में हंगामा जारी रहा. इस पर स्पीकर ओम बिरला ने कहा कि सदन में जो कुछ हुआ उससे वह व्यक्तिगत तौर पर दुखी हैं और ऐसी परिस्थिति में वह सदन संचालित नहीं करना चाहते. इसके बाद उन्होंने कार्यवाही पूरे दिन के लिए स्थगित कर दी.

इसे पहले सदन की बैठक सुबह 11 बजे शुरू होते ही लोकसभा अध्यक्ष बिरला ने प्रश्नकाल चलाने का निर्देश दिया. इस बीच विपक्ष के सदस्य दिल्ली हिंसा पर तत्काल चर्चा शुरू कराने की मांग करने लगे.  बिरला ने कहा कि हम सभी ने तय किया है कि कोई भी विषय प्रश्नकाल के बाद उठाया जा सकता है.  उन्होंने कहा, 'आज सुबह सर्वदलीय बैठक में भी चर्चा हुई कि कोई भी सदस्य चाहे वह विपक्ष के हों या सत्तापक्ष के हो.. वे (प्रदर्शन करते हुए) एक दूसरे पक्ष की सीटों की तरफ नहीं जाएंगे. अगर कोई सदस्य दूसरे पक्ष की तरफ जाते हैं तो उन्हें चालू सत्र की शेष पूरी अवधि के लिए निलंबित कर दिया जाएगा.' संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा कि सदन में अनुशासन बनाने के लिए आपके नेतृत्व में निर्णय का हम तहेदिल से स्वागत करते हैं. दिल्ली हिंसा का मुद्दा शून्यकाल में उठाया जाए.

उन्होंने कहा, 'हमने कल भी कहा था कि सरकार की प्राथमिकता शांति लाने और सामान्य स्थिति बहाल करने की है. लोकसभा अध्यक्ष चर्चा के लिए जो समय तय करें, सरकार उसके लिए तैयार है. हमें कोई आपत्ति नहीं है.'इस दौरान कांग्रेस, द्रमुक, तृणमूल कांग्रेस और सपा समेत अन्य विपक्षी दलों के सदस्य दिल्ली हिंसा पर तत्काल चर्चा शुरू कराने की मांग करते रहे.  सदन में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी और द्रमुक के नेता टी आर बालू ने पहले दिल्ली हिंसा पर चर्चा की मांग की. लोकसभा अध्यक्ष ने यह भी कहा कि यह भी तय किया गया है कि सदन में कोई भी सदस्य प्लेकार्ड लेकर नहीं आएगा.  इस पर विपक्ष के सदस्य विरोध जताने लगे.  बिरला ने कहा कि अगर ऐसा है तो आप घोषणा कर दें कि संसद में प्लेकार्ड लेकर सदन चलाना चाहते हैं. क्या आप ऐसी घोषणा करेंगे? इस दौरान विपक्ष के कई सदस्यों की ओर से 'हां' सुनाई दिया. 

इससे पहले सोमवार को कांग्रेस ने आरोप लगाया था सोमवार को सत्तापक्ष ने उसे दिल्ली हिंसा का मुद्दा उठाने नहीं दिया और भाजपा के कुछ सदस्यों ने उसकी दलित महिला सांसद राम्या हरिदास पर हाथ भी उठाया. मुख्य विपक्षी पार्टी ने संसद के दोनों सदनों में दिल्ली हिंसा के विषय पर हंगामा किया जिसके बाद कार्यवाही दिन भर के लिए स्थगित कर दी गई थी.

Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com