केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान ने JNU को लेकर दिया बड़ा बयान, कहा - यहां तो छात्र- शिक्षकों के साथ भी...

रामविलास पासवान ने ट्वीट कर जानकारी दी कि आज जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU) के अनुसूचित जाति/जनजाति वर्ग के शिक्षकों के शिष्टमंडल ने मुलाकात की और विश्वविद्यालय में SC/ST वर्ग के छात्रों, शिक्षकों और अधिकारियों के साथ हो रहे भेदभाव से अवगत करवाया.

केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान ने JNU को लेकर दिया बड़ा बयान, कहा - यहां तो छात्र- शिक्षकों के साथ भी...

जेएनयू को लेकर रामविलास पासवान का बयान

खास बातें

  • राम विलास पासवान ने जेएनयू को लेकर दिया बयान
  • कहा- यहां एसटी-एससी शिक्षकों के साथ हो रहा है भेदभाव
  • छात्रों और अधिकारियों के साथ भी भेदभाव - रामविलास पासवान
नई दिल्ली:

जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) में अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति समुदाय के संकाय सदस्यों के प्रतिनिधिमंडल ने विश्वविद्यालय प्रशासन पर वंचित वर्ग के शिक्षकों एवं छात्रों से भेदभाव करने का शनिवार को आरोप लगाया. साथ ही उन्होंने केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान से यह मामला सरकार के समक्ष उठाने का भी आग्रह किया. प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात के बाद पासवान ने शनिवार को एक बाद एक तीन ट्वीट करके यहां के  SC/ST वर्ग के शिक्षकों, छात्र और  अधिकारियों के साथ हो रहे भेदभाव की बात की. उन्होंने ट्वीट कर जानकारी दी कि आज जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU) के अनुसूचित जाति/जनजाति वर्ग के शिक्षकों के शिष्टमंडल ने मुलाकात की और विश्वविद्यालय में SC/ST वर्ग के छात्रों, शिक्षकों और अधिकारियों के साथ हो रहे भेदभाव से अवगत करवाया.

उन्होंने अपने दूसरे ट्वीट में लिखा कि JNU प्रशासन द्वारा एडमिशन की सीटों में कटौती एवं फीस वृद्धि से सबसे अधिक SC/ST वर्ग के विद्यार्थी ही प्रभावित हो रहे हैं. JNU के SC/ST वर्ग के प्राध्यापकों को प्रमोशन में निर्धारित योग्यता के बावजूद रिजेक्ट किया जा रहा है.

केंद्रीय मंत्री ने एक औऱ ट्वीट कर लिखा कि शिष्टमंडल ने बताया कि JNU के SC/ST के शिक्षकों की नियुक्तियों में योग्य अभ्यर्थियों के बावजूद उन्हें अयोग्य करार देकर पद खाली छोड़ा जा रहा है. शिष्टमंडल के आरोप गंभीर हैं जिसपर ध्यान देना होगा.

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ज्ञापन में प्रतिनिधिमंडल ने कहा कि शैक्षणिक एवं गैर शैक्षणिक कर्मचारियों के एससी-एसटी सदस्यों एवं छात्रों को जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) प्रशासन से भेदभाव का सामना करना पड़ रहा है. प्रशासन की कमान कुलपति एम. जगदीश कुमार के हाथ में है.