प्रतीकात्मक फोटो
कोलकाता:
पश्चिम बंगाल में पंचायत चुनावों के लिए नामांकन दाखिल करने को लेकर तृणमूल कांग्रेस और भाजपा कार्यकर्ताओं के बीच हुई झड़पों में कई लोग घायल हुए हैं. नामांकन पत्र भरने की प्रक्रिया दो अप्रैल से शुरू होने के बाद से चुनाव से जुड़ी हिंसा में मालदा ओर बांकुड़ा जिलों में दो लोगों की जान गई है. पुलिस ने बताया कि तृणमूल कांग्रेस और भाजपा कार्यकर्ताओं के बीच मुर्शिदाबाद जिला के नबग्राम इलाका और बीरभूम जिला के नलहटी तथा बांकुड़ा जिला में झड़पें दर्ज की गई हैं. बीरभूम जिला के नलहटी इलाके में पुलिस और भाजपा समर्थकों के बीच झड़पें हुई. दरअसल, भाजपा कार्यकर्ताओं की एक रैली पुलिस ने रोक दी थी. पुलिस ने झड़प के दौरान भीड़ को तितर-बितर करने के लिए लाठी चार्च किया और रबर की गोलियां चलाई. पुलिस ने बताया कि भाजपा कार्यकर्ताओं के पथराव में कई पुलिसकर्मी घायल हुए हैं. हिंसा के सिलसिले में भाजपा के 25 कार्यकर्ता गिरफ्तार किए हैं. भाजपा ने नलहटी में प्रदर्शन कर स्वतंत्र एवं निष्पक्ष चुनाव कराने के लिए अर्द्धसैनिक बलों की मांग की. हालांकि, पश्चिम बंगाल के पंचायत मंत्री सुब्रत मुखर्जी ने सचिवालय में संवाददाताओं से कहा कि इसकी जरूरत नहीं है.
यह भी पढ़ें: पश्चिम बंगाल में चाय की दुकान में घुस गया अनियंत्रित ट्रक, 6 की मौत, 12 लोग घायल
वहीं, बांकुड़ा में भाजपा प्रदेश सचिव श्यामपदा मंडल पर कथित तौर पर तृणमूल कांग्रेस समर्थकों ने हमला किया. मंडल ने आरोप लगाया कि तृणमूल के करीब 300 लोगों ने इलाके में लगाए गए धारा 144 का उल्लंघनकर भाजपा प्रतिनिधिमंडल पर हमला किया जो जिलाधीश को एक ज्ञापन सौंपने जा रहा था. हालांकि, जिले के तृणमूल नेतृत्व ने इन आरोपों को बेबुनियाद बताया है. टीवी न्यूज चैनलों पर प्रसारित किए गए वीडियो फुटेज में मुर्शिदाबाद के नबग्राम में देशी बम फेंकते देखा जा सकता है. जबकि तृणमूल कांग्रेस और भाजपा के कार्यकर्ता नामांकन पत्र दाखिल करने के लिए एक दूसरे से झड़प करते दिख रहे हैं. राज्य में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के महासिचव एवं मंत्री पार्था चटर्जी ने भाजपा पर बाहरी लोगों को राज्य में लाकर संकट खड़ा करने की कोशिश करने का आरोप लगाया. चटर्जी ने कहा, ‘‘ भाजपा को राज्य में शांति में खलल डालने की कभी इजाजत नहीं दी जाएगी. पहले तो रामनवमी पर साम्प्रदायिक हिंसा की गई और अब वे लोग नामांकन दाखिल करने से हमारे उम्मीदवारों को रोकने के लिए बाहुबल का इस्तेमाल कर रहे हैं.’’
यह भी पढ़ें: पेंशन की खातिर बेटे ने मां के शव को 3 साल तक फ्रीजर में छुपाए रखा
वहीं, दूसरी ओर भाजपा ने तृणमूल कांग्रेस पर अपने कार्यकर्ताओं को पंचायत चुनाव के लिए नामांकन दाखिल नहीं करने देने का आरोप लगाया. भाजपा नेता मुकुल रॉय ने दावा किया कि उनके कार्यकर्ताओं को मुर्शिदाबाद, बांकुड़ा और बीरभूम में बुरी तरह से पीटा गया जबकि पुलिस तृणमूल के कैडर के तौर पर बर्ताव कर रही थी. प्रदेश कांग्रेस प्रमुख अधीर चौधरी ने कलकत्ता उच्च न्यायालय का रूख किया. अदालत ने आज पुलिस को निर्देश दिया कि वह उम्मीदवारों की पर्याप्त सुरक्षा सुनिश्चित करे. इसबीच, उच्चतम न्यायालय ने कहा कि यह भाजपा की याचिका पर नौ अप्रैल को आदेश जारी करेगा.
VIDEO: अब बिहार के नवादा में भड़की हिंसा
दरअसल, भाजपा ने आरोप लगाया है कि उसके उम्मीदवारों को पंचायत चुनाव में नामांकन पत्र दाखिल करने की इजाजत नहीं दी जा रही. साथ ही पार्टी ने नामांकन भरने की तारीख बढ़ाने की मांग की है.
यह भी पढ़ें: पश्चिम बंगाल में चाय की दुकान में घुस गया अनियंत्रित ट्रक, 6 की मौत, 12 लोग घायल
वहीं, बांकुड़ा में भाजपा प्रदेश सचिव श्यामपदा मंडल पर कथित तौर पर तृणमूल कांग्रेस समर्थकों ने हमला किया. मंडल ने आरोप लगाया कि तृणमूल के करीब 300 लोगों ने इलाके में लगाए गए धारा 144 का उल्लंघनकर भाजपा प्रतिनिधिमंडल पर हमला किया जो जिलाधीश को एक ज्ञापन सौंपने जा रहा था. हालांकि, जिले के तृणमूल नेतृत्व ने इन आरोपों को बेबुनियाद बताया है. टीवी न्यूज चैनलों पर प्रसारित किए गए वीडियो फुटेज में मुर्शिदाबाद के नबग्राम में देशी बम फेंकते देखा जा सकता है. जबकि तृणमूल कांग्रेस और भाजपा के कार्यकर्ता नामांकन पत्र दाखिल करने के लिए एक दूसरे से झड़प करते दिख रहे हैं. राज्य में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के महासिचव एवं मंत्री पार्था चटर्जी ने भाजपा पर बाहरी लोगों को राज्य में लाकर संकट खड़ा करने की कोशिश करने का आरोप लगाया. चटर्जी ने कहा, ‘‘ भाजपा को राज्य में शांति में खलल डालने की कभी इजाजत नहीं दी जाएगी. पहले तो रामनवमी पर साम्प्रदायिक हिंसा की गई और अब वे लोग नामांकन दाखिल करने से हमारे उम्मीदवारों को रोकने के लिए बाहुबल का इस्तेमाल कर रहे हैं.’’
यह भी पढ़ें: पेंशन की खातिर बेटे ने मां के शव को 3 साल तक फ्रीजर में छुपाए रखा
वहीं, दूसरी ओर भाजपा ने तृणमूल कांग्रेस पर अपने कार्यकर्ताओं को पंचायत चुनाव के लिए नामांकन दाखिल नहीं करने देने का आरोप लगाया. भाजपा नेता मुकुल रॉय ने दावा किया कि उनके कार्यकर्ताओं को मुर्शिदाबाद, बांकुड़ा और बीरभूम में बुरी तरह से पीटा गया जबकि पुलिस तृणमूल के कैडर के तौर पर बर्ताव कर रही थी. प्रदेश कांग्रेस प्रमुख अधीर चौधरी ने कलकत्ता उच्च न्यायालय का रूख किया. अदालत ने आज पुलिस को निर्देश दिया कि वह उम्मीदवारों की पर्याप्त सुरक्षा सुनिश्चित करे. इसबीच, उच्चतम न्यायालय ने कहा कि यह भाजपा की याचिका पर नौ अप्रैल को आदेश जारी करेगा.
VIDEO: अब बिहार के नवादा में भड़की हिंसा
दरअसल, भाजपा ने आरोप लगाया है कि उसके उम्मीदवारों को पंचायत चुनाव में नामांकन पत्र दाखिल करने की इजाजत नहीं दी जा रही. साथ ही पार्टी ने नामांकन भरने की तारीख बढ़ाने की मांग की है.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं