प्रतीकात्मक फोटो.
मिदनापुर:
पश्चिम मिदनापुर जिले में कथित तौर पर अपना हाथ काटने वाले 11वीं कक्षा के छात्र ने गुरुवार को पुलिस को बताया कि उसे ऑनलाइन गेम ‘ब्लू व्हेल’ के ‘‘इंस्ट्रक्टर’’ ने ऐसा करने के लिए कहा था. हालांकि पुलिस जिला अधीक्षक भारती घोष ने छात्र के इस दावे को खारिज कर दिया और कहा कि वह अपनी ओर ध्यान आकर्षित कर रहा था.
गढ़बेता इलाके में कुमारग्राम गांव के निवासी और गढ़बेता हाई स्कूल के छात्र ने अपने इस कदम के बारे में अपने दोस्तों को बताया जिन्होंने पुलिस और उसके माता-पिता को सूचना दी. इसके बाद पुलिस ने उसे पूछताछ के लिए गढ़बेता पुलिस थाने बुलाया.
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छात्र ने दावा किया था कि उसे एक अनजान नंबर से मैसेज आया था जिसमें उसे फोन करने के लिए कहा गया था. जब उसने ऐसा किया तो उसे ऑनलाइन गेम और फिर दस दिन के भीतर मुश्किल कार्यों के बारे में बताया गया जो उसे चोट भी पहुंचा सकते थे.
छात्र ने दावा किया कि जब वह राजी हो गया तो उसे अपनी एक तस्वीर ऑनलाइन भेजने के लिए कहा गया. उसने पुलिस को बताया कि उसने भी फोन करने वाले व्यक्ति की तस्वीर मांगी जो उसने भेज दी. हालांकि फोन करने वाले व्यक्ति ने तस्वीर में अपना चेहरा छुपाया हुआ था. जब छात्र से यह पूछा गया कि उसे फोन करने वाला व्यक्ति किस भाषा में बात करता था तो युवक ने कहा कि दिन में हिंदी भाषा में और रात को बंगाली में.
VIDEO : इंटरनेट की लत घातक
छात्र के दावे को खारिज करते हुए घोष ने कहा, ‘‘इसका ब्लू व्हेल गेम से कोई लेना देना नहीं है. लड़का अच्छा छात्र है और उसने यह स्वीकार किया है कि उसने अपनी ओर ध्यान खींचने के लिए ऐसा किया. उसने यह भी कहा कि वह परेशान था और उसने लोगों को यह दिखाने की कोशिश की कि कैसे एक अच्छा लड़का बुरा बन सकता है.’’ एसपी ने कहा, ‘‘अफवाहें फैलाने वाले व्यक्ति पर संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया जाएगा.’’
(इनपुट भाषा से )
गढ़बेता इलाके में कुमारग्राम गांव के निवासी और गढ़बेता हाई स्कूल के छात्र ने अपने इस कदम के बारे में अपने दोस्तों को बताया जिन्होंने पुलिस और उसके माता-पिता को सूचना दी. इसके बाद पुलिस ने उसे पूछताछ के लिए गढ़बेता पुलिस थाने बुलाया.
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छात्र ने दावा किया था कि उसे एक अनजान नंबर से मैसेज आया था जिसमें उसे फोन करने के लिए कहा गया था. जब उसने ऐसा किया तो उसे ऑनलाइन गेम और फिर दस दिन के भीतर मुश्किल कार्यों के बारे में बताया गया जो उसे चोट भी पहुंचा सकते थे.
छात्र ने दावा किया कि जब वह राजी हो गया तो उसे अपनी एक तस्वीर ऑनलाइन भेजने के लिए कहा गया. उसने पुलिस को बताया कि उसने भी फोन करने वाले व्यक्ति की तस्वीर मांगी जो उसने भेज दी. हालांकि फोन करने वाले व्यक्ति ने तस्वीर में अपना चेहरा छुपाया हुआ था. जब छात्र से यह पूछा गया कि उसे फोन करने वाला व्यक्ति किस भाषा में बात करता था तो युवक ने कहा कि दिन में हिंदी भाषा में और रात को बंगाली में.
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छात्र के दावे को खारिज करते हुए घोष ने कहा, ‘‘इसका ब्लू व्हेल गेम से कोई लेना देना नहीं है. लड़का अच्छा छात्र है और उसने यह स्वीकार किया है कि उसने अपनी ओर ध्यान खींचने के लिए ऐसा किया. उसने यह भी कहा कि वह परेशान था और उसने लोगों को यह दिखाने की कोशिश की कि कैसे एक अच्छा लड़का बुरा बन सकता है.’’ एसपी ने कहा, ‘‘अफवाहें फैलाने वाले व्यक्ति पर संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया जाएगा.’’
(इनपुट भाषा से )
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