तंजील अहमद... (फाइल फोटो)
नई दिल्ली:
एनआईए अफसर तंजील अहमद और उनकी पत्नी की हत्या के बाद पिछले 3 महीने से यूपी एसटीएफ मुख्य आरोपी मुनीर का पीछा कर रही थी। मुनीर को आखिरकार गाजियाबाद में उसके एक साथी अदनान के घर से पकड़ लिया गया।
पुलिस ने उस पर 50,000 रुपये का इनाम भी रखा था। इस साल 3 अप्रैल की रात को शादी से लौटते वक्त तंज़ील अहमद की बिजनौर में हत्या कर दी गई थी। उनकी पत्नी को भी अपराधियों ने गोली मारी थी। अस्पताल में इलाज के दौरान उनकी भी मौत हो गई थी। दिल्ली पुलिस ने पिछले हफ्ते मुनीर के साथी आशुतोष से पूछताछ की थी, जिसमें मुनीर के ठिकानों की लीड्स मिली थी।
गार्ड की हत्या कर एटीएम से डेढ़ करोड़ लूटे
मुनीर ने 29 नवंबर 2014 को कमला मार्केट के सिटी बैंक के एटीएम से डेढ़ करोड़ रुपये की लूट की थी और गार्ड सत्येन्द्र सिंह की गोली मारकर हत्या की थी। पिछले हफ्ते मुनीर के एक साथी आशुतोष को दिल्ली पुलिस अलीगढ़ से लेकर आई थी।
पूछताछ में आशुतोष ने यह बात बताई थी कि उसने मुनीर के साथ मिलकर दिल्ली की लूट को अंज़ाम दिया था। इसी पूछताछ में मुनीर के पते के भी सुराग़ मिले थे। उसके बाद दिल्ली पुलिस के साथ-साथ यूपी एसटीएफ़ मुनीर की तलाश कर रही थी। लूट का सीसीटीवी फुटेज़ भी सामने आया था जिसमें आशुतोष और मुनीर हेलमेट पहनकर बाइक पर सवार दिखाई दे रहे हैं।
दिल्ली-एनसीआर में छिपता फिर रहा था मुनीर
एसटीएफ के एसएसपी अमित पाठक के मुताबिक मुनीर बेहद चालाक और शातिर है। उसने फरारी के दौरान कभी भी मोबाइल का प्रयोग नहीं किया। कई बार तो ऐसा हुआ कि पुलिस के पहुंचने के चंद मिनट पहले वो चकमा देकर निकल गया।
पुलिस के मुताबिक दिल्ली के कमला नगर इलाके में डेढ़ करोड़ की लूट के मामले में हाल ही में मुनीर का नाम सामने आने और उसके दोस्त आशुतोष की गिरफ्तारी के बाद से ही वो दिल्ली और एनसीआर में छिपता फिर रहा था। इस लूट के सीसीटीवी फुटेज में बाइक पर दोनों हेलमेट पहने दिख रहे हैं।
मुंबई और अमदाबाद भी गया था मुनीर
तंजील हत्याकांड के बाद मुनीर के दो खास साथी शादाब और अतिउल्ला भी पकड़े गए। उसके बाद उसे लगा कि अब वो भी पकड़ा जाएगा। पुलिस से बचने के लिए वह यूपी में ही करीब आधा दर्जन ठिकाने बदलता रहा। वह मुंबई गया और अहमदाबाद भी गया।
मुनीर को तंजील अहमद पर अपनी मुखबिरी का शक था
पूछताछ में मुनीर ने बताया कि उसे शक था कि तंजील हर मामले में उसकी मुखबिरी कर रहे हैं, इसलिए उसने उनको रास्ते से हटा दिया। एसएसपी अमित पाठक के मुताबिक धामपुर में 91 लाख की लूट के बाद लूट में शामिल मुनीर का एक साथी आमिर दिल्ली आया। आमिर को लोकल पुलिस ने पकड़ लिया और मुनीर को लगा कि यह सब तंजील के चलते हुआ है।
इसके बाद मुनीर का साथी और अपराध की दुनिया में उसका गुरू आशुतोष भी पकड़ा गया। इससे मुनीर का शक और गहराता गया कि तंजील हर मामले में उसकी मुखबिरी कर रहा है। पुलिस के मुताबिक मुनीर के खिलाफ हत्या, डकैती और लूटपाट के 12 मामले दर्ज हैं...
पुलिस ने उस पर 50,000 रुपये का इनाम भी रखा था। इस साल 3 अप्रैल की रात को शादी से लौटते वक्त तंज़ील अहमद की बिजनौर में हत्या कर दी गई थी। उनकी पत्नी को भी अपराधियों ने गोली मारी थी। अस्पताल में इलाज के दौरान उनकी भी मौत हो गई थी। दिल्ली पुलिस ने पिछले हफ्ते मुनीर के साथी आशुतोष से पूछताछ की थी, जिसमें मुनीर के ठिकानों की लीड्स मिली थी।
गार्ड की हत्या कर एटीएम से डेढ़ करोड़ लूटे
मुनीर ने 29 नवंबर 2014 को कमला मार्केट के सिटी बैंक के एटीएम से डेढ़ करोड़ रुपये की लूट की थी और गार्ड सत्येन्द्र सिंह की गोली मारकर हत्या की थी। पिछले हफ्ते मुनीर के एक साथी आशुतोष को दिल्ली पुलिस अलीगढ़ से लेकर आई थी।
पूछताछ में आशुतोष ने यह बात बताई थी कि उसने मुनीर के साथ मिलकर दिल्ली की लूट को अंज़ाम दिया था। इसी पूछताछ में मुनीर के पते के भी सुराग़ मिले थे। उसके बाद दिल्ली पुलिस के साथ-साथ यूपी एसटीएफ़ मुनीर की तलाश कर रही थी। लूट का सीसीटीवी फुटेज़ भी सामने आया था जिसमें आशुतोष और मुनीर हेलमेट पहनकर बाइक पर सवार दिखाई दे रहे हैं।
दिल्ली-एनसीआर में छिपता फिर रहा था मुनीर
एसटीएफ के एसएसपी अमित पाठक के मुताबिक मुनीर बेहद चालाक और शातिर है। उसने फरारी के दौरान कभी भी मोबाइल का प्रयोग नहीं किया। कई बार तो ऐसा हुआ कि पुलिस के पहुंचने के चंद मिनट पहले वो चकमा देकर निकल गया।
पुलिस के मुताबिक दिल्ली के कमला नगर इलाके में डेढ़ करोड़ की लूट के मामले में हाल ही में मुनीर का नाम सामने आने और उसके दोस्त आशुतोष की गिरफ्तारी के बाद से ही वो दिल्ली और एनसीआर में छिपता फिर रहा था। इस लूट के सीसीटीवी फुटेज में बाइक पर दोनों हेलमेट पहने दिख रहे हैं।
मुंबई और अमदाबाद भी गया था मुनीर
तंजील हत्याकांड के बाद मुनीर के दो खास साथी शादाब और अतिउल्ला भी पकड़े गए। उसके बाद उसे लगा कि अब वो भी पकड़ा जाएगा। पुलिस से बचने के लिए वह यूपी में ही करीब आधा दर्जन ठिकाने बदलता रहा। वह मुंबई गया और अहमदाबाद भी गया।
मुनीर को तंजील अहमद पर अपनी मुखबिरी का शक था
पूछताछ में मुनीर ने बताया कि उसे शक था कि तंजील हर मामले में उसकी मुखबिरी कर रहे हैं, इसलिए उसने उनको रास्ते से हटा दिया। एसएसपी अमित पाठक के मुताबिक धामपुर में 91 लाख की लूट के बाद लूट में शामिल मुनीर का एक साथी आमिर दिल्ली आया। आमिर को लोकल पुलिस ने पकड़ लिया और मुनीर को लगा कि यह सब तंजील के चलते हुआ है।
इसके बाद मुनीर का साथी और अपराध की दुनिया में उसका गुरू आशुतोष भी पकड़ा गया। इससे मुनीर का शक और गहराता गया कि तंजील हर मामले में उसकी मुखबिरी कर रहा है। पुलिस के मुताबिक मुनीर के खिलाफ हत्या, डकैती और लूटपाट के 12 मामले दर्ज हैं...
- 2013 में अलीगढ़ में पीडब्ल्यूडी के एक ठेकेदार को गोली मारकर उसकी रिवॉल्वर छीनी
- 2014 में अलीगढ़ में जीआरपी के सिपाही को गोली मारकर पिस्टल छीनी
- 2014 में अलीगढ़ के 2 बैंको से 65 लाख की लूट की
- 2014 में दिल्ली के कमला नगर में गार्ड की हत्या करके डेढ़ करोड़ की लूट
- 2015 में अलीगढ़ में 2 लोगों की हत्या कर रिवॉल्वर लूटी
- 2015 में धामपुर में 91 लाख की लूट और गार्ड को गोली मारी
- 2015 में लखनऊ में एक जज के पीएसओ को गोली मारकर पिस्टल लूटी
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