
सुप्रीम कोर्ट ने ताजमहल के सरंक्षण को लेकर यूपी सरकार से सवाल किया (फाइल फोटो)
नई दिल्ली:
सुप्रीम कोर्ट ने ताजमहल के सरंक्षण को लेकर यूपी सरकार से पूछा है कि ताजमहल के आसपास चमड़े संबंधी यूनिट क्यों आ रही हैं? कोर्ट ने पूछा है कि आखिरकार ताज के आसपास होटल क्यों आ रहे हैं? सुप्रीम कोर्ट ने फिलहाल आगरा शहर में पानी की पाइपलाइन बिछाने के लिए 234 पेड काटने की इजाजत नहीं दी और कहा कि यूपी पहले ये बताए कि अभी तक इलाके में कितने पेड लगाए हैं. सुप्रीम कोर्ट ने ताज के लिए विजन डाक्यूमेंट देने के लिए भी चार हफ्ते का वक्त दिया. इस मामले पर अब चार हफ्ते बाद सुनवाई होनी है.
ताजमहल का संरक्षण : सुप्रीम कोर्ट की फटकार के बाद यूपी सरकार ने विस्तृत पॉलिसी सौंपी
बता दें कि ताज़महल को सुरक्षित रखने के लिए योगी सरकार को सुप्रीम कोर्ट में विजन डॉक्यूमेंट देना है. पिछली सुनवाई में सुप्रीम कोर्ट ने 100 सालों तक ताज़महल को सुरक्षित रखने का विजन डॉक्यूमेंट मांगा था. सुप्रीम कोर्ट ने कहा था योगी सरकार को कहा कि ऐसा विज़न डॉक्यूमेंट दे जिससे इमारत 100 सालों तक सुरक्षित रहे. उसको संरक्षित करने के लिए विज़न डॉक्यूमेंट भी दे.
सुप्रीम कोर्ट ने योगी सरकार को कहा था कि आपको इमारत को 15 या 20 साल के लिए सुरक्षित नही करना बल्कि 300, 400 साल के लिए सुरक्षित करना है. सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि एडहॉक प्लान से काम नही बनेगा. कोर्ट ने कहा कि जो पेड़ आप लगाते है उसमें से 75 फ़ीसदी मर जाते है, ऐसे में पेड़ लगाने का क्या फायदा.
ताजमहल का संरक्षण : सुप्रीम कोर्ट की फटकार के बाद यूपी सरकार ने विस्तृत पॉलिसी सौंपी
बता दें कि ताज़महल को सुरक्षित रखने के लिए योगी सरकार को सुप्रीम कोर्ट में विजन डॉक्यूमेंट देना है. पिछली सुनवाई में सुप्रीम कोर्ट ने 100 सालों तक ताज़महल को सुरक्षित रखने का विजन डॉक्यूमेंट मांगा था. सुप्रीम कोर्ट ने कहा था योगी सरकार को कहा कि ऐसा विज़न डॉक्यूमेंट दे जिससे इमारत 100 सालों तक सुरक्षित रहे. उसको संरक्षित करने के लिए विज़न डॉक्यूमेंट भी दे.
सुप्रीम कोर्ट ने योगी सरकार को कहा था कि आपको इमारत को 15 या 20 साल के लिए सुरक्षित नही करना बल्कि 300, 400 साल के लिए सुरक्षित करना है. सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि एडहॉक प्लान से काम नही बनेगा. कोर्ट ने कहा कि जो पेड़ आप लगाते है उसमें से 75 फ़ीसदी मर जाते है, ऐसे में पेड़ लगाने का क्या फायदा.
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