लावारिस मिली संदिग्ध नाव को देखते पुलिसकर्मी
मुंबई:
महाराष्ट्र में कोकण रेंज के सिंधुदूर्ग जिले के समंदर में रबर की एक छोटी नाव (डिंगी) लावारिश मिली है। विजय दुर्ग के खाड़ी में मिली इस संदिग्ध बोट में लाईफ जैकेट और कुछ सामान भी बरामद हुआ है जो अमेरिका और फ्रांस मेक का है। डिंगी जोडियक कंपनी की है।
गुरुवार की शाम मछुआरों को ये डिंगी समंदर में तैरती दिखी थी। जब उन्होंने देखा कि उसमें कोई नहीं है तब पुलिस को सूचित किया गया और उसे किनारे लेकर आये।
अब स्थानीय पुलिस मामले की जांच कर रही है। जानकारों के मुताबिक इस तरह की डिंगी बड़े जहाजों के साथ रहती हैं। बड़े जहाज जहां किनारे तक नहीं जा सकते वहां जाने के लिए इसका इस्तेमाल होता है। इसलिए हो सकता है जहाज से छूटकर ये किनारे आ गई हो। लेकिन सवाल है कि कोस्टगार्ड की नजर से बच कर ये डिंगी किनारे तक कैसे पंहुच गई? और इसमें लाईफ जैकेट और खाने के सामान मिले हैं तो क्या कोई इसमें बैठकर किनारे आया है?
गौरतलब है कि 26/11 के आतंकी भी कुबेर बोट को बीच समंदर में छोड़ डिंगी मे बैठकर मुंबई के बधवार पार्क पर उतरे थे। लेकिन आतंकियों की डिंगी में इंजिन लगा हुआ था, जबकि इसमें इंजिन नहीं है और ये लंबाई में न होकर षटकोन आकार में है। नाव को खेने के लिए जरूरी पतवार भी नहीं है।
गुरुवार की शाम मछुआरों को ये डिंगी समंदर में तैरती दिखी थी। जब उन्होंने देखा कि उसमें कोई नहीं है तब पुलिस को सूचित किया गया और उसे किनारे लेकर आये।
अब स्थानीय पुलिस मामले की जांच कर रही है। जानकारों के मुताबिक इस तरह की डिंगी बड़े जहाजों के साथ रहती हैं। बड़े जहाज जहां किनारे तक नहीं जा सकते वहां जाने के लिए इसका इस्तेमाल होता है। इसलिए हो सकता है जहाज से छूटकर ये किनारे आ गई हो। लेकिन सवाल है कि कोस्टगार्ड की नजर से बच कर ये डिंगी किनारे तक कैसे पंहुच गई? और इसमें लाईफ जैकेट और खाने के सामान मिले हैं तो क्या कोई इसमें बैठकर किनारे आया है?
गौरतलब है कि 26/11 के आतंकी भी कुबेर बोट को बीच समंदर में छोड़ डिंगी मे बैठकर मुंबई के बधवार पार्क पर उतरे थे। लेकिन आतंकियों की डिंगी में इंजिन लगा हुआ था, जबकि इसमें इंजिन नहीं है और ये लंबाई में न होकर षटकोन आकार में है। नाव को खेने के लिए जरूरी पतवार भी नहीं है।
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं