
बीजेपी सांसद हुकुम सिंह की फाइल फोटो
बलिया:
उत्तर प्रदेश के शामली स्थित कैराना से कथित रूप से हिन्दू परिवारों के पलायन को लेकर बीजेपी के सियासी मुहिम छेड़ने के बीच राज्य के समाज कल्याण मंत्री रामगोविंद चौधरी ने कहा कि कैराना में माहौल खराब करने वाले बीजेपी नेताओं के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी।
राजनीतिक फायदे के लिए साम्प्रदायिक ध्रुवीकरण कर रही है बीजेपी
चौधरी ने संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि बीजेपी अपने राजनीतिक फायदे के लिए प्रदेश में साम्प्रदायिक ध्रुवीकरण की घिनौनी कोशिश कर रही है। कैराना से पलायन के दावों में कोई दम नहीं है। तस्वीर वैसी नहीं है, जैसी कि दिखायी जा रही है। उन्होंने कहा कि चूंकि बीजेपी केंद्र में अपने दो साल के कार्यकाल में जनता के लिए कुछ नहीं कर सकी, इसलिए वह अब अपने पुराने एजेंडे पर उतरते हुए साम्प्रदायिकता को हवा देकर चुनावी रोटियां सेंकने की फिराक में है।
यह पूछे जाने पर कि सरकार ने बीजेपी के प्रतिनिधिमंडल को कैराना क्यों जाने दिया और माहौल खराब करने की कोशिश कर रहे इस पार्टी के नेताओं के खिलाफ कोई कार्रवाई क्यों नहीं की गई, चौधरी ने कहा कि सपा लोकतांत्रिक व्यवस्था में विश्वास करती है, इसीलिए बीजेपी के प्रतिनिधिमंडल को कैराना जाने दिया गया। सरकार स्थिति पर नजर रख रही है।
हालांकि उन्होंने कहा कि अगर बीजेपी नेताओं ने कानून-व्यवस्था से खिलवाड़ किया और कैराना में माहौल खराब करने की कोशिश की तो उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
समाज कल्याण मंत्री ने एक सवाल पर कहा कि कांग्रेस उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में किसे अपना चेहरा बनाती है, यह उसका आंतरिक मामला है, लेकिन अगर प्रियंका गांधी वाड्रा भी मुख्यमंत्री पद की उम्मीदवार के तौर पर सामने आती हैं तो भी वह कांग्रेस को संजीवनी नहीं दे पाएंगी।
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है)
राजनीतिक फायदे के लिए साम्प्रदायिक ध्रुवीकरण कर रही है बीजेपी
चौधरी ने संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि बीजेपी अपने राजनीतिक फायदे के लिए प्रदेश में साम्प्रदायिक ध्रुवीकरण की घिनौनी कोशिश कर रही है। कैराना से पलायन के दावों में कोई दम नहीं है। तस्वीर वैसी नहीं है, जैसी कि दिखायी जा रही है। उन्होंने कहा कि चूंकि बीजेपी केंद्र में अपने दो साल के कार्यकाल में जनता के लिए कुछ नहीं कर सकी, इसलिए वह अब अपने पुराने एजेंडे पर उतरते हुए साम्प्रदायिकता को हवा देकर चुनावी रोटियां सेंकने की फिराक में है।
यह पूछे जाने पर कि सरकार ने बीजेपी के प्रतिनिधिमंडल को कैराना क्यों जाने दिया और माहौल खराब करने की कोशिश कर रहे इस पार्टी के नेताओं के खिलाफ कोई कार्रवाई क्यों नहीं की गई, चौधरी ने कहा कि सपा लोकतांत्रिक व्यवस्था में विश्वास करती है, इसीलिए बीजेपी के प्रतिनिधिमंडल को कैराना जाने दिया गया। सरकार स्थिति पर नजर रख रही है।
हालांकि उन्होंने कहा कि अगर बीजेपी नेताओं ने कानून-व्यवस्था से खिलवाड़ किया और कैराना में माहौल खराब करने की कोशिश की तो उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
समाज कल्याण मंत्री ने एक सवाल पर कहा कि कांग्रेस उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में किसे अपना चेहरा बनाती है, यह उसका आंतरिक मामला है, लेकिन अगर प्रियंका गांधी वाड्रा भी मुख्यमंत्री पद की उम्मीदवार के तौर पर सामने आती हैं तो भी वह कांग्रेस को संजीवनी नहीं दे पाएंगी।
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