नई दिल्ली:
दिल्ली के कानून मंत्री सोमनाथ भारती की ओर से खिड़की एक्सटेंशन में की गई छापेमारी की कार्रवाई में अब एक नया मोड़ आ गया है।
युगांडा की चार महिलाओं ने शिकायत की है कि मंत्री अपने समर्थकों और स्थानीय लोगों के साथ मिलकर उन्हें जबरन सरकारी अस्पताल में ले गए और वहां उनका मेडिकल टेस्ट कराया।
महिलाओं की ओर से पैरवी करने वाले हरीश साल्वे के मुताबिक, मंत्री ने एक महिला को शौचालय तक नहीं जाने दिया और उसे सबके सामने पेशाब करने का मजबूर किया।
गौरतलब है कि इन महिलाओं पर किए गए परीक्षण में ड्रग्स की मात्रा नहीं मिली थी। महिलाओं ने आरोप लगाया है कि मंत्री और उनके साथ मौजूद लोगों ने न केवल उनके साथियों के साथ मारपीट की और उन्हें जबरदस्ती गाड़ी में घुमाते रहे।
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