
सीमा पर मुस्तैद बीएसएफ के जवान
- सरहद पर रहने वाले लोगों के मन में डर कायम है
- डर की वजह से ज्यादातर लोग घर लौटने को तैयार नहीं है.
- सीमा पर गांव के सैकड़ों स्कूल बंद कर दिए गए ताकि बच्चे सुरक्षित रहें.
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नई दिल्ली:
जम्मू कश्मीर के पीरपंजाल इलाक़े में पाकिस्तान ने फिर सीज़फ़ायर तोड़ा. राजौरी के बालाकोट और मेंढर सेक्टर में एलओसी पार से फ़ायरिंग हुई है. भारतीय सुरक्षाबलों ने इस फायरिंग का मुंहतोड़ जवाब दिया है. पाक की ओर से अचानक की गई फायरिंग में भारतीय सुरक्षा बल का एक जवान शहीद हो गया है जबकि एक अन्य के घायल होने की खबर है.
इससे पहले खबर थी कि दीवाली की रात जम्मू में अंतरराष्ट्रीय सीमा पर पाकिस्तान की ओर से कुछ एक जगहों को छोड़कर ज्यादातर इलाकों में गोलाबारी न के बराबर हुई.
रविवार की रात करीब 8 बजे आरएसपुरा सेक्टर में पाक रेंजर्स ने दो जगहों पर छोटे हथियार से वही सुचेतगढ़ में मोर्टार से फायर किया. हीरानगर सेक्टर में पाकिस्तान की ओर से गोलाबारी की गई. इसके बाद सरहद पर रात भर शांति बनी रही.
इसके बावजूद सरहद पर रहने वाले लोगों के मन में डर कायम है. डर की वजह से मारे ज्यादातर लोग घर लौटने को तैयार नहीं है. 50 हजार से ज्यादा लोग ने सुरक्षित जगहों पर शरण ले ली है. इनमें से ज्यादातर लोगों ने अपने रिश्तेदार के घऱ पर डेरा डाला है या फिर सरकारी कैंपों में चले गए हैं. सीमा पर गांव के सैकड़ों स्कूल बंद कर दिए गए ताकि बच्चे सुरक्षित रहें.
पाक की ओर से गोलाबारी कब लोगों को निशाना बना ले कहा नहीं जा सकता है. अभी तक पाक की ओर से हुई गोलाबारी से 25 से ज्यादा लोग घायल हो गए हैं. सैकड़ों के घर तबाह हो गए हैं.
कई मवेशी भी फायरिंग की चपेट में आ गए हैं और फसल का नुकसान हुआ है सो अलग. लोगों का कहना है कि जब तक हालात नहीं सुधरेंगे तब तक सारे लोग अपने घऱ नहीं लौटेंगे. हालांकि कई घरों में अपने सामान और मवेशी की हिफाजत के लिए लोग घर छोड़कर नहीं गए हैं, लेकिन उनकी भी जान अटकी हुई है कि पता नहीं कब वे पाक गोलाबारी में निशाना बन जाए.
इससे पहले खबर थी कि दीवाली की रात जम्मू में अंतरराष्ट्रीय सीमा पर पाकिस्तान की ओर से कुछ एक जगहों को छोड़कर ज्यादातर इलाकों में गोलाबारी न के बराबर हुई.
रविवार की रात करीब 8 बजे आरएसपुरा सेक्टर में पाक रेंजर्स ने दो जगहों पर छोटे हथियार से वही सुचेतगढ़ में मोर्टार से फायर किया. हीरानगर सेक्टर में पाकिस्तान की ओर से गोलाबारी की गई. इसके बाद सरहद पर रात भर शांति बनी रही.
इसके बावजूद सरहद पर रहने वाले लोगों के मन में डर कायम है. डर की वजह से मारे ज्यादातर लोग घर लौटने को तैयार नहीं है. 50 हजार से ज्यादा लोग ने सुरक्षित जगहों पर शरण ले ली है. इनमें से ज्यादातर लोगों ने अपने रिश्तेदार के घऱ पर डेरा डाला है या फिर सरकारी कैंपों में चले गए हैं. सीमा पर गांव के सैकड़ों स्कूल बंद कर दिए गए ताकि बच्चे सुरक्षित रहें.
पाक की ओर से गोलाबारी कब लोगों को निशाना बना ले कहा नहीं जा सकता है. अभी तक पाक की ओर से हुई गोलाबारी से 25 से ज्यादा लोग घायल हो गए हैं. सैकड़ों के घर तबाह हो गए हैं.
कई मवेशी भी फायरिंग की चपेट में आ गए हैं और फसल का नुकसान हुआ है सो अलग. लोगों का कहना है कि जब तक हालात नहीं सुधरेंगे तब तक सारे लोग अपने घऱ नहीं लौटेंगे. हालांकि कई घरों में अपने सामान और मवेशी की हिफाजत के लिए लोग घर छोड़कर नहीं गए हैं, लेकिन उनकी भी जान अटकी हुई है कि पता नहीं कब वे पाक गोलाबारी में निशाना बन जाए.
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