सीएम अखिलेश यादव और मुलायम सिंह यादव (फाइल फोटो)
खास बातें
- गायत्री प्रजापति को वापस मिली कुर्सी
- प्रजापति हैं मुलायम सिंह और शिवपाल यादव की करीबी
- सपा परिवार की कलह थमी
लखनऊ: सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव द्वारा दखल दिए जाने बाद मुख्यमंत्री अखिलेश यादव नरम नजर आए. शाम को उन्होंने एक ट्वीट करते हुए चाचा शिवपाल यादव को तीन महत्वपूर्ण मंत्रालय देने की बात कही जो उनसे पिछले हफ्ते छीन लिए थे.
इतना ही नहीं, गायत्री प्रजापति की भी वापसी हो गई है. पिछले हफ्ते भ्रष्टाचार के आरोप में उनसे छीना गया मंत्रालय वापस लौटा दिया जाएगा. प्रजापति को मुलायम सिंह और शिवपाल यादव का करीबी माना जाता है.
इससे पहले, दोपहर को मुलायम सिंह, शिवपाल यादव और अखिलेश यादव ने 30 मिनट तक मुलाकात की थी. इसके बाद सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह ने कहा था कि पार्टी में मतभेद नहीं हैं, हम सब साथ हैं. मेरे रहते पार्टी में फूट नहीं हो सकती, हालांकि परिवार में कभी-कभी मतभेद हो जाता है.
मुलायम ने आगे यह भी कहा था कि मुख्यमंत्री अखिलेश यादव मेरी बात कभी नहीं टालेंगे. अखिलेश-शिवपाल-रामगोपाल में कोई झगड़ा नहीं है. उन्होंने यह भी साफ किया था कि गायत्री प्रजापति फिर मंत्री बनेंगे, उनके खिलाफ कार्रवाई रद्द कर दी गई है.
वहीं, एनडीटीवी से अखिलेश यादव ने कहा कि पिता को खुश रखने के लिए सब कुछ करूंगा. बतौर सीएम, बतौर पुत्र मुझ पर जिम्मेदारी है. मैं पार्टी अध्यक्ष की बात का सम्मान करूंगा. इससे पूर्व मुलायम सिंह यादव ने आज शिवपाल यादव का यूपी अध्यक्ष पद से इस्तीफा नामंजूर कर दिया था. मुलायम सिंह यादव ने आज अखिलेश यादव और शिवपाल से मुलाकात भी थी.