दिल्ली के हनुमान रोड पर स्थित आम आदमी पार्टी के कार्यालय पर एकत्र अरविंद केजरीवाल के सैकड़ों समर्थक पूरे जोश में थे। इस दौरान कई समर्थक नारे लगा रहे थे, 'पहले शीला हारी है, अब मोदी की बारी है।'
दिल्ली विधानसभा में भ्रष्टाचार विरोधी जनलोकपाल बिल पेश नहीं कर पाने के बाद मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को आज भारी शर्मिंदगी का सामना करना पड़ा। केजरीवाल ने पहले ही कह रखा था कि अगर जनलोकपाल बिल पारित नहीं हुआ, तो वह अपने पद से इस्तीफा दे देंगे और शुक्रवार को विधानसभा में इस बिल के पेश नहीं हो पाने के बाद से ही उनके इस्तीफे की खबरें आने लगी थीं, जिसे सुनकर समर्थकों का भारी हुजूम पार्टी कार्यालय के बाहर एकत्र हो गया।
इससे पहले केजरीवाल की आम आदमी पार्टी ने पार्टी कार्यकर्ताओं को एसएमएस भेज कर उन्हें मुख्यमंत्री आवास के निकट हनुमान रोड पर स्थित पार्टी दफ्तर में एकत्र होने को कहा था।
आप कार्यालय के बाहर एकत्र कई समर्थकों ने कहा कि केजरीवाल को इस्तीफा देकर इस साल मई में होने वाले आम चुनाव में लड़ना चाहिए। एक समर्थक ने कहा, 'उन्हें इस्तीफा दे देना चाहिए। वह लोकसभा चुनाव जीतेंगे और प्रधानमंत्री के रूप में वापस आएंगे।'
वहीं एक अन्य का कहना था, 'आज वैलेंटाइन डे है। अरविंद केजरीवाल ने अपनी कुर्सी का बलिदान देकर लोगों के प्रति अपने प्रेम का इजहार किया है। प्यार का दूसरा नाम बलिदान है।'
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं