एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार की फाइल फोटो
मुंबई: राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के प्रमुख शरद पवार ने हाल ही में संपन्न हुए संसद सत्र के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की 'गैर-मौजूदगी' और उनके भाषण देने की शैली की नकल उतारते हुए उन पर साधा निशाना।
मराठवाड़ा क्षेत्र में उस्मानाबाद कलक्ट्रेट के पास एक किसान मोर्चा को संबोधित करते हुए पवार ने कहा, 'संसद सत्र के 20 दिनों के दौरान देश के प्रधानमंत्री हमारे सदन (राज्यसभा) के भीतर झांकने तक नहीं आए।' पवार ने कहा, 'सदन में चर्चा की बात तो भूल जाएं, उन्होंने तो अपने दर्शन भी नहीं दिए।'
एनसीपी प्रमुख ने मोदी की नकल करते हुए कहा, 'कल सुबह आप स्वतंत्रता दिवस पर प्रधानमंत्री का भाषण सुनेंगे: बहनों और भाइयों।' पवार ने कहा, 'लेकिन संसद सत्र के 20 दिनों में प्रधानमंत्री कहीं भी किसी भाई, बहन को देखने नहीं आए।' उन्होंने कहा, 'सरकार को उन लोगों की मदद करनी चाहिए जो परेशानी में हैं। बहरहाल, जब किसान ऐसे अभूतपूर्व संकट का सामना कर रहे हैं तो सरकार को कोई चिंता ही नहीं है।'
शरद पवार ने साथ ही कहा कि अगर सरकार सूखा प्रभावित किसानों को एक महीने के अंदर राहत मुहैया नहीं कराती है तो उनकी पार्टी महाराष्ट्र में 'जेल भरो' आंदोलन की शुरुआत करेगी।
सूखा प्रभावित मराठवाड़ा क्षेत्र में तीन दिवसीय यात्रा की शुरूआत करते हुए पवार ने कहा, 'लोगों को उन्हें सत्ता से बेदखल कर देना चाहिए जो किसानों की आत्महत्या के लिए जिम्मेदार हैं।'
पिछले 35 साल में पहली बार पूर्व केंद्रीय मंत्री पवार ने इतनी बड़ी रैली की अगुवाई की है। पिछली बार दिसंबर 1980 में जलगांव से नागपुर तक उन्होंने इतनी बड़ी रैली की अगुवाई की थी।
इस बीच, महाराष्ट्र के शिक्षामंत्री विनोद तावड़े ने पवार पर तंज कसते हुए कहा कि एनसीपी प्रमुख को सड़कों पर उतरना पड़ रहा है, क्योंकि उनकी पार्टी में कोई ढंग का नेता नहीं है।