मीडिया को अपनी सफाई देते संदीप कुमार
नई दिल्ली:
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल द्वारा सेक्स स्कैंडल मामले में बर्खास्त किए गए मंत्री संदीप कुमार ने कहा कि ''दलित होने की वजह से उनको निशाना बनाया जा रहा है.'' उन्होंने कहा कि वीडियो और फोटोग्राफ्स में दो महिलाओं के साथ जिस शख्स की तस्वीर दिखाई दे रही है, वह उनकी नहीं है. उन्होंने पूरे मामले की जांच करने की मांग की.
हालांकि अब इस पूर्व मंत्री से जुड़े करीबी सूत्रों ने NDTV को बताया कि ये वीडियो संदीप कुमार के सार्वजनिक जीवन में आने के पहले का है और करीब छह-सात साल पुराना है. सूत्रों के मुताबिक वह तब वकालत की पढ़ाई कर रहे थे और संभवतया उन्होंने खुद ही वह वीडियो रिकॉर्ड किया था और अपनी तस्वीरें ली थीं.
संदीप कुमार पर कोई कानून तोड़ने का आरोप नहीं है. उस वीडियो में दिखने वाली महिला और न ही पत्नी ने उनके खिलाफ कोई शिकायत दर्ज कराई है. लेकिन इस संबंध में अरविंद केजरीवाल ने गुरुवार को कहा, ''हम अपने कोर सिद्धांतों से कभी समझौता नहीं करेंगे. हम गलत कृत्य बर्दाश्त करने से पहले मरना पसंद करेंगे.'' उल्लेखनीय है कि आम आदमी पार्टी का कहना है कि वीडियो और फोटोग्राफ्स से संबंधित सीडी मिलने के आधे घंटे के भीतर ही केजरीवाल ने संदीप कुमार को मंत्री पद से बर्खास्त कर दिया.
केजरीवाल ने अपने वीडियो संदेश में आप कार्यकर्ताओं से कहा, '' संदीप कुमार ने पार्टी, आप आंदोलन और आप पर भरोसा रखने वाले देश भर के लोगों को धोखा दिया है. हम अपने कोर सिद्धांतों से कभी समझौता नहीं करेंगे. हम गलत कृत्य बर्दाश्त करने से पहले मरना पसंद करेंगे या पार्टी खत्म कर देंगे.''
कांग्रेस की शर्मिष्ठा मुखर्जी ने कहा, ''इसी तरह के टेप केस के बाद अभिषेक सिंघवी पार्टी के सभी पदों यहां तक कि जिन संसदीय कमेटियों के सदस्य थे, उन सबसे हट गए थे.''
दूसरी तरफ विपक्षी पार्टियां संदीप कुमार के खिलाफ कार्रवाई को 'डैमेज कंट्रोल' बता रहें हैं. इस मामले में बीजेपी और कांग्रेस ने दिल्ली में विरोध प्रदर्शन किया और सीएम केजरीवाल का इस्तीफा मांगा. वहीं पूर्व आप नेता योगेंद्र यादव का आरोप है कि केजरीवाल तभी लोगों के खिलाफ कार्रवाई करते हैं, जब वह उन पर लगे आरोप नकार नहीं सकते. इसके साथ ही वह कहते हैं, 'यह नैतिक ईमानदारी नहीं, बल्कि डैमेज कंट्रोल वाला कदम है.'
दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसौदिया ने विपक्षी पार्टियों के उस आरोप को खारिज कर दिया जिसमें कहा गया था कि केजरीवाल इस वीडियो के बारे में 15 दिनों से जानते थे.
हालांकि अब इस पूर्व मंत्री से जुड़े करीबी सूत्रों ने NDTV को बताया कि ये वीडियो संदीप कुमार के सार्वजनिक जीवन में आने के पहले का है और करीब छह-सात साल पुराना है. सूत्रों के मुताबिक वह तब वकालत की पढ़ाई कर रहे थे और संभवतया उन्होंने खुद ही वह वीडियो रिकॉर्ड किया था और अपनी तस्वीरें ली थीं.
संदीप कुमार पर कोई कानून तोड़ने का आरोप नहीं है. उस वीडियो में दिखने वाली महिला और न ही पत्नी ने उनके खिलाफ कोई शिकायत दर्ज कराई है. लेकिन इस संबंध में अरविंद केजरीवाल ने गुरुवार को कहा, ''हम अपने कोर सिद्धांतों से कभी समझौता नहीं करेंगे. हम गलत कृत्य बर्दाश्त करने से पहले मरना पसंद करेंगे.'' उल्लेखनीय है कि आम आदमी पार्टी का कहना है कि वीडियो और फोटोग्राफ्स से संबंधित सीडी मिलने के आधे घंटे के भीतर ही केजरीवाल ने संदीप कुमार को मंत्री पद से बर्खास्त कर दिया.
केजरीवाल ने अपने वीडियो संदेश में आप कार्यकर्ताओं से कहा, '' संदीप कुमार ने पार्टी, आप आंदोलन और आप पर भरोसा रखने वाले देश भर के लोगों को धोखा दिया है. हम अपने कोर सिद्धांतों से कभी समझौता नहीं करेंगे. हम गलत कृत्य बर्दाश्त करने से पहले मरना पसंद करेंगे या पार्टी खत्म कर देंगे.''
कांग्रेस की शर्मिष्ठा मुखर्जी ने कहा, ''इसी तरह के टेप केस के बाद अभिषेक सिंघवी पार्टी के सभी पदों यहां तक कि जिन संसदीय कमेटियों के सदस्य थे, उन सबसे हट गए थे.''
दूसरी तरफ विपक्षी पार्टियां संदीप कुमार के खिलाफ कार्रवाई को 'डैमेज कंट्रोल' बता रहें हैं. इस मामले में बीजेपी और कांग्रेस ने दिल्ली में विरोध प्रदर्शन किया और सीएम केजरीवाल का इस्तीफा मांगा. वहीं पूर्व आप नेता योगेंद्र यादव का आरोप है कि केजरीवाल तभी लोगों के खिलाफ कार्रवाई करते हैं, जब वह उन पर लगे आरोप नकार नहीं सकते. इसके साथ ही वह कहते हैं, 'यह नैतिक ईमानदारी नहीं, बल्कि डैमेज कंट्रोल वाला कदम है.'
दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसौदिया ने विपक्षी पार्टियों के उस आरोप को खारिज कर दिया जिसमें कहा गया था कि केजरीवाल इस वीडियो के बारे में 15 दिनों से जानते थे.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं