महाराष्ट्र (Maharashtra) में बीजेपी (BJP) और शिवसेना में बीच 50:50 फॉर्मूले पर जारी तल्खी के बीच संजय राउत (Sanjay Raut) ने एनसीपी (NCP) प्रमुख शरद पवार (Sharad Pawar) से मुलाकात की. इस मुलाकात के कई सियासी मायने निकाले जा रहे हैं. न्यूज एजेंसी ANI के मुताबिक, मुलाकात के बाद संजय राउत ने कहा कि मैं NCP प्रमुख शरद पवार को दिवाली की शुभकामनाएं देने आया था. इसके अलावा हमने महाराष्ट्र की राजनीति पर भी चर्चा की. इससे पहले एकनाथ शिंदे और आदित्य ठाकरे के नेतृत्व में शिवसेना के सभी विधायकों ने राजभवन जाकर राज्यपाल से मुलाकात की थी. मुलाकात के बाद हालांकि आदित्य ठाकरे ने सरकार के गठन को लेकर कोई बयान जारी नहीं किया.
Sanjay Raut, Shiv Sena: Met Nationalist Congress Party (NCP) chief Sharad Pawar at his residence today. I had come to wish him on the occasion of Diwali. We also discussed the politics in Maharashtra. (file pic) pic.twitter.com/AUuxC5WIRu
— ANI (@ANI) October 31, 2019
आदित्य ठाकरे ने कहा, 'हमने राज्यपाल से उन किसानों और मछुआरों को सहायता प्रदान करने का अनुरोध किया, जिन्हें हाल ही में हुई बारिश के कारण भारी नुकसान हुआ है. उन्होंने हमें आश्वासन दिया है कि वह खुद केंद्र से इस बारे में बात करेंगे. इसके अलावा सरकार गठन को लेकर जब आदित्य से सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा, 'मैं सरकार के गठन के बारे में बात नहीं करूंगा. उद्धव जी ने जो कहा, उस पर जो भी कहना होगा, वह कहेंगे ... उनका शब्द अंतिम है.'
सरकार पर फंसे पेच के बीच उद्धव ठाकरे का बड़ा बयान, बोले- 'CM पद पर हमारा हक और हमारी जिद भी'
इससे पहले शिवसेना की मीटिंग में उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) ने कहा कि हमारी संख्या बल अच्छी है और सीएम पद पर हमारा हक है और हमारी ज़िद भी. उन्होंने कहा कि सीएम का पद हमेशा एक के लिए कायम नहीं रहता. बालासाहेब ठाकरे ने जिसे जो वचन दिया उसने उसका पालन किया. हम सत्ता के भूखे नहीं हैं, लेकिन बीजेपी से जो बात हुई उसका पालन होना चाहिए.
क्या कहता है सियासी गणित?
बता दें कि महाराष्ट्र विधानसभा में कुल 288 सीटें हैं और बहुमत का आंकड़ा 145 है. बीजेपी के पास 105, शिवसेना के पास 56, एनसीपी के पास 54 और कांग्रेस के पास 44 सीटें हैं. बाकी 13 सीटों पर छोटी पार्टियां जीती हैं और 12 पर निर्दलीय. बता दें कि महाराष्ट्र में सरकार गठन को लेकर कई विकल्प सामने दिख रहे हैं. एक विकल्प यह है कि शिवसेना एनसीपी के सर्मथन से सरकार बनाए और कांग्रेस विश्वासमत से गैरहाजिर रहे. ऐसे में शिवसेना और एनसीपी के पास 110 सीटें होंगी और उसे निर्दलीय और छोटे दलों का सर्मथन चाहिए होगा. वहीं, एक विकल्प यह भी है एनसीपी के शरद पवार मुख्यमंत्री बने और कांग्रेस और शिवसेना पवार को सर्मथन दे. इस संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता है खासकर तब जब सामना में शिवसेना ने शरद पवार के शान में कसीदें लिखें हैं.
VIDEO: महाराष्ट्र में खींचतान के बीच कैसे बनेगी सरकार?
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