ड्रग रोधी एजेंसी नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो के जोनल ऑफिसर समीर वानखेड़े के खिलाफ रिश्वत के आरोपों के सिलसिले में आज उनसे पूछताछ की गई. उन पर लगे रिश्वत के आरोपों की जांच उनका ही संगठन कर रहा है. जांच के लिए मुंबई गई टीम का नेतृत्व कर रहे ज्ञानेश्वर सिंह ने कहा कि वानखेड़े मुंबई क्रूज ड्रग्स मामले के प्रभारी बने रहेंगे, जिसमें शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान को गिरफ्तार किया गया है. वह मामले की जांच तब तक करते रहेंगे जब तक कि उनके खिलाफ पर्याप्त जानकारी नहीं मिलती है.
इस सप्ताह की शुरुआत में वानखेड़े के खिलाफ मामले में गवाह के रूप में नामित एक व्यक्ति ने रिश्वत के आरोप लगाए गए थे.
महाराष्ट्र के मंत्री नवाब मलिक भी इस मामले की शुरुआत से ही समीर वानखेड़े पर हमलावर हैं. वानखेड़े को नवाब मलिक के कई आरोपों का भी सामना करना पड़ रहा है. वानखेड़े पर जबरन वसूली से लेकर अवैध फोन टैपिंग और जाली दस्तावेजों के माध्यम से अनुसूचित जाति के कोटे का गलत इस्तेमाल करने के आरोप लगे हैं.
एनसीबी के वरिष्ठ अधिकारी ज्ञानेश्वर सिंह ने कहा कि वानखेड़े ने मामले से संबंधित दस्तावेज जमा कर दिए हैं और यदि जरूरी हुआ तो उनसे और पूछताछ की जाएगी. ज्ञानेश्वर सिंह आज सुबह चार सदस्यीय टीम के साथ मुंबई पहुंचे थे.
नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो के सतर्कता अनुभाग को प्रभाकर सैल द्वारा लगाए गए आरोपों की जांच करने के लिए कहा गया था. बता दें कि प्रभाकर प्राइवेट डिटेक्टिव केपी गोसावी के बॉडीगॉर्ड थे. केपी गोसावी की आर्यन खान के साथ सेल्फी वायरल हुई थी.
प्रभाकर सैल ने आरोप लगाया है कि गोसावी ने शाहरुख खान की मैनेजर पूजा ददलानी से पैसे की मांग की थी, जिसका एक हिस्सा वानखेड़े के लिए रखा गया था.
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