
फोटो साभार anupjalota.in
जोधपुर:
जाने-माने भजन गायक अनूप जलोटा ने 'बढ़ती असहिष्णुता' के विरोध में राष्ट्रीय एवं अकादमी पुरस्कार लौटाने को राष्ट्र का 'अपमान' करार दिया। राजस्थान संगीत एवं नाटक अकादमी के निमंत्रण पर कार्यक्रम प्रस्तुत करने शहर में आए 62 वर्षीय जलोटा ने कहा कि अपना विरोध जताने के बेहतर तरीके हैं।
जलोटा ने कहा, 'उन्हें दिया गया पुरस्कार राष्ट्रीय पुरस्कार है और किसी विषय पर इसे लौटाना कुछ और नहीं बल्कि पुरस्कार तथा राष्ट्र का अपमान है। स्थिति सुधारने के लिए अपना विरोध जताने के लिए लोगों को एक साथ बैठना चाहिए और राष्ट्रपति से मिलना चाहिए।'
एफटीआईआई प्रमुख के रूप में गजेंद्र चौहान की नियुक्ति पर जलोटा ने कहा कि छात्रों को उन्हें काम करने का मौका देना चाहिए और फिर फैसला करना चाहिए कि वह योग्य हैं या नहीं।
जलोटा ने कहा, 'उन्हें दिया गया पुरस्कार राष्ट्रीय पुरस्कार है और किसी विषय पर इसे लौटाना कुछ और नहीं बल्कि पुरस्कार तथा राष्ट्र का अपमान है। स्थिति सुधारने के लिए अपना विरोध जताने के लिए लोगों को एक साथ बैठना चाहिए और राष्ट्रपति से मिलना चाहिए।'
एफटीआईआई प्रमुख के रूप में गजेंद्र चौहान की नियुक्ति पर जलोटा ने कहा कि छात्रों को उन्हें काम करने का मौका देना चाहिए और फिर फैसला करना चाहिए कि वह योग्य हैं या नहीं।
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