धार्मिक ग्रंथ की बेअदबी के मामले में फंसती जा रही पंजाब सरकार

धार्मिक ग्रंथ की बेअदबी के मामले में फंसती जा रही पंजाब सरकार

पंजाब में हुए प्रदर्शन का फाइल फोटो।

चंडीगढ़:

धार्मिक ग्रन्थ की बेअदबी के मामले में पंजाब पुलिस द्वारा की गई गिरफ्तारी पर सवाल उठ रहे हैं, वहीँ मौजूदा हालात के लिए पाकिस्तानी एजेंसी आईएसआई को दोषी बताकर सरकार खुद फंसती नजर आ रही है। केंद्रीय खुफिया एजेंसी ने एक अक्टूबर को ही सरकार को इस बारे में आगाह कर दिया था।

आरोपी दोनों भाइयों को पुलिस हिरासत में भेजा
मंगलवार को फरीदकोट में गुरु ग्रन्थ साहिब बेअदबी मामले में गिरफ्तार किए गए दो भाइयों को आज मजिस्ट्रेट ने 26 अक्टूबर तक पुलिस हिरासत में भेज दिया। लेकिन उनके गांव बराड़ा में कोई भी पुलिस की यह बात मानने को तैयार नहीं कि दोनों पैसों के लिए ऐसा कर सकते हैं।  

सरकार आईएसआई को दोषी बता रही
पूरे मामले के लिए पाकिस्तान की एजेंसी आईएसआई को दोषी बताकर बादल सरकार खुद फंसती नजर आ रही है। एनडीटीवी को मिली जानकार के मुताबिक एक अक्टूबर को केंद्रीय खुफिया महकमे ने पंजाब पुलिस को राज्य में गड़बड़ी फैलाने की सीमा पार से हो रही कोशिशों को लेकर आगाह कर दिया था। इसके बावजूद सरकार ने प्रदर्शनकारियों को इकट्ठा होने दिया और नौबत साम्प्रदायिक तनाव तक पहुंच गई।

कांग्रेस ने सरकार को लिया आड़े हाथ
पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष प्रताप सिंह बाजवा ने कहा कि 'यह इंटेलिजेंस फेलियर है.. पहले दीनानगर और अब यह...पंजाब पुलिस लगातार फेल हुई है...इन्हे पंजाब की सुरक्षा से कोई लेना देना नहीं है।' लेकिन बादल सरकार कह रही है कि वह जल्द ही विदेशी षड्यंत्र का फर्दाफाश करेगी। केंद्र सरकार में मंत्री और अकाली दल सांसद हरसिमरत कौर बादल ने दावा किया कि 'इसके पीछे विदेशी ताकतें काम कर रही हैं, पंजाब का माहौल ख़राब करने के लिए। हम जल्दी ही सारा खुलासा करेंगे।'  

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इस बीच, प्रदर्शनकारी अब भी कई जगहों पर धरने लगाकर जमे हुए हैं और फरीदकोट में 14 अक्टूबर को फायरिंग के लिए दोषी पुलिस वालों के खिलाफ कार्यवाई की मांग कर रहे हैं। राहत की बात यह है कि केंद्रीय अर्धसैनिक बलों की तैनाती के बाद पिछले दो दिनों में बड़े शहर शांत हैं।