नई दिल्ली:
जाने-माने वकील और राज्यसभा सदस्य राम जेठमलानी ने खुद को बीजेपी से निकाले जाने के फैसले को पार्टी की बड़ी नासमझी बताया है। जेठमलानी ने अब बीजेपी के काले सच को बाहर लाने की भी बात कही है।
उन्होंने कहा कि बीजेपी में ऐसे कई लोग हैं, जो पार्टी के अंदर रहकर उसे बर्बाद कर कर रहे हैं और ऐसे लोगों ने ही मुझे पार्टी से निष्कासित कराया है। उन्होंने कहा, मैं चुप नहीं बैठूंगा…ऐसे लोगों का मैं पर्दाफाश करूंगा। उन्होंने कहा कि काला धन के खिलाफ उनके अभियान की वजह से उन्हें पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से निष्कासित किया गया।
अपने खिलाफ कार्रवाई को मूखर्ता बताते हुए 89-वर्षीय जेठमलानी ने आरोप लगाया कि पार्टी के भीतर कुछ लोग हैं, जो काला धन के बारे में नहीं बोलना चाहते हैं और इसे अपराधियों से बरामद नहीं करना चाहते हैं। मंगलवार को जेठमलानी को बीजेपी ने पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल रहने के आरोप में छह साल के लिए पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से निष्कासित करने का फैसला किया था।
हालांकि जेठमलानी ने गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी में कोई दोष नहीं पाया। मोदी भी उस पार्टी संसदीय बोर्ड का हिस्सा हैं, जिसने उन्हें निष्कासित करने का फैसला किया।
उन्होंने कहा कि बीजेपी में ऐसे कई लोग हैं, जो पार्टी के अंदर रहकर उसे बर्बाद कर कर रहे हैं और ऐसे लोगों ने ही मुझे पार्टी से निष्कासित कराया है। उन्होंने कहा, मैं चुप नहीं बैठूंगा…ऐसे लोगों का मैं पर्दाफाश करूंगा। उन्होंने कहा कि काला धन के खिलाफ उनके अभियान की वजह से उन्हें पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से निष्कासित किया गया।
अपने खिलाफ कार्रवाई को मूखर्ता बताते हुए 89-वर्षीय जेठमलानी ने आरोप लगाया कि पार्टी के भीतर कुछ लोग हैं, जो काला धन के बारे में नहीं बोलना चाहते हैं और इसे अपराधियों से बरामद नहीं करना चाहते हैं। मंगलवार को जेठमलानी को बीजेपी ने पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल रहने के आरोप में छह साल के लिए पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से निष्कासित करने का फैसला किया था।
हालांकि जेठमलानी ने गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी में कोई दोष नहीं पाया। मोदी भी उस पार्टी संसदीय बोर्ड का हिस्सा हैं, जिसने उन्हें निष्कासित करने का फैसला किया।
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