केरल में हेलीकॉप्टर से उड़ान भरने के दौरान कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी.
खास बातें
- महिला की जान बचाने के लिए राहुल गांधी ने की पहल
- अपनी उडा़न रोक पहले जाने दी एयर एंबुलेंस
- वीआइपी उड़ान के चक्कर में फंसी थी एयर एंबुलेंस
नई दिल्ली: कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने केरल में ऐसा काम किया की उनकी सोशल मीडिया पर तारीफ हो रही है. उन्होंने मरीज की जिंदगी बचाने के लिए अपनी उड़ान आधे घंटे तक रोक दी. पहले एयर एंबुलेंस को जाने दिया. राहुल गांधी की इस पहल से सुरक्षा में तैनात एसपीजी कर्मी भी हैरान रहे. दरअसल बाढ़ प्रभावित केरल का राहुल गांधी दौरा करने गए थे. इस दौरान उन्होंने वीआइपी कल्चर छोड़कर संवेदनशीलता को तरजीह देते हुए लोगों का दिल जीत लिया.
दरअसल कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी एसपीजी सुरक्षा से लैस देश के चंद वीआइपी लोगों में से एक हैं. इस नाते केरल के एक कॉलेज में बने एक हेलीपैड से उनके हेलीकॉप्टर को पहले उड़ान का मौका मिला था.चेंगन्नूर क्रिश्चियन कॉलेज में हेलीकॉप्टर में चढ़ने के फौरन बाद गांधी ने हेलीपैड पर एक एयर ऐंबुलेंस पर नजर पड़ी तो एसपीजी के कर्मियों से इसके बारे में पूछा.उन्होंने गांधी को बताया कि एंबुलेंस से ह्रदय रोग संबंधी बीमारी से ग्रस्त एक महिला मरीज को चेंगन्नूर के एक राहत शिविर से अलपुझा मेडिकल कॉलेज ले जाया जाना है.
रिपोर्ट्स के मुताबिक एंबुलेंस में जो महिला थी, उसे दिल का दौरा पड़ा था और समय से इलाज के लिए पहुंचना जरूरी थी. इस पर राहुल गांधी खुद एयर एंबुलेंस में पहुंचे और महिला की हालत देखी. फिर मौजूद अफसरों से एयर एंबुलेंस को पहले उड़ान की इजाजत देने को कहा. एयर एंबुलेंस के पहले उड़ान भरने की खातिर मार्ग प्रशस्त करने के लिए राहुल ने 30 मिनट इंतजार किया. कांग्रेस नेता और पूर्व विधायक पी सी विष्णुनाथ ने बताया‘‘ एयर एंबुलेंस देखते ही राहुल गांधी ने एसपीजी कर्मियों से पहले एयर ऐंबुलेंस को उड़ान भरने की इजाजत देने को कहा था ’’( इनपुट भाषा से)
वीडियो-राहुल गांधी ने लिया केरल में बाढ़ पीड़ितों का हालचाल