कांग्रेस की पंजाब इकाई के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू ने रविवार को कहा कि राज्य से जुड़े वास्तविक मुद्दों पर फिर से चर्चा शुरू होनी चाहिए जिसका संबंध हर पंजाबी और आने वाली पीढ़ी से है. सिद्धू ने इस बात पर जोर दिया कि वह राज्य के वास्तविक मुद्दों से पीछे नहीं हटेंगे. सिद्धू का यह बयान ऐसे समय में आया है जब पाकिस्तानी पत्रकार अरूसा आलम के साथ दोस्ती को लेकर पंजाब के कई कांग्रेस नेताओं और पूर्व मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह के बीच जुबानी जंग तेज हो गयी है.
सिद्धू ने ट्वीट कर कहा, 'पंजाब से जुड़े वास्तविक मुद्दों पर फिर से चर्चा शुरू होनी चाहिए जिसका संबंध हर पंजाबी और हमारी आने वाली पीढ़ियों से है. हम उस वित्तीय आपातकाल का मुकाबला कैसे करेंगे जोकि एक बड़े संकट के रूप में हमारे दरवाजे पर दस्तक देने के लिए तैयार है. मैं राज्य से संबंधित वास्तविक मुद्दों को लेकर किसी भी कीमत पर पीछे नहीं हटूंगा.'
Punjab must come back to its real issues that concern every punjabi and our future generations … How will we counter the financial emergency that stares upon us ? I will stick to the real issues and not let them take a backseat ! 1/3
— Navjot Singh Sidhu (@sherryontopp) October 24, 2021
हाल ही, दिल्ली में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता के सी वेणुगोपाल और हरीश रावत के साथ अपनी बैठक के दौरान सिद्धू ने पार्टी नेतृत्व द्वारा बनाए गए 18 सूत्री एजेंडे पर चिंता जताई थी. इस 18 सूत्री एजेंडे में 2015 की बेअदबी के मामलों और ड्रग्स माफिया के दोषियों के खिलाफ कार्रवाई शामिल है. प्रदेश अध्यक्ष ने कहा था कि पंजाब के लोग शिरोमणि अकाली दल-भारतीय जनता पार्टी की पिछली सरकार के शासन के दौरान 2015 में गुरु ग्रंथ साहिब के अपमान के विरोध में फरीदकोट के कोटकपुरा और बहबल कलां में प्रदर्शनकारियों पर पुलिस फायरिंग के लिए न्याय की मांग करते हैं.
सिद्धू ने पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी को लिखे पत्र में विभिन्न मुद्दों का उल्लेख करते हुए कहा कि विशेष कार्य दल (एसटीएफ) की रिपोर्ट के मुताबिक मादक पदार्थों की तस्करी करने वाले गिरोह में “बड़ी मछली” की गिरफ्तारी होनी चाहिए. सिद्धू ने कहा कि पार्टी के पास ‘अपूर्णीय क्षति' और ‘क्षति नियंत्रण' में से चुनाव करने का अंतिम मौका है.
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने ट्वीट कर कहा, 'हमारे सामने अपूर्णीय क्षति और क्षति नियंत्रण के अंतिम अवसर में से चुनाव करने का आखिरी मौका है. राज्य के संसाधनों को निजी कंपनियों की जेबों में जाने के बजाय उन संसाधनों को कौन वापस लाएगा? हमारे महान राज्य की समृद्धि के लिए उसके पुनरुत्थान की पहल का नेतृत्व कौन करेगा.' सिद्धू ने पार्टी अध्यक्ष को लिखे पत्र में कहा था कि यह चुनावी राज्य के “पुनरुत्थान और ऋणमुक्ति के लिये आखिरी मौका” है.
सिद्धू ने अपने तीसरे ट्वीट में कहा, 'धुंध को साफ करें, पंजाब के पुनरुद्धार के रोडमैप पर वास्तविक सूरज की तरह चमकें, स्वार्थी निहित स्वार्थों की रक्षा करने वालों को दूर करें और केवल उस मार्ग पर ध्यान केंद्रित करें जो “जितेगा पंजाब, जितेगी पंजाबियत और जितेगा हर पंजाबी' की ओर ले जाएगा.'
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कांग्रेस अध्यक्ष को लिखे पत्र में, सिद्धू ने “पंजाब मॉडल के साथ 13-सूत्री एजेंडे को 2022 के विधानसभा चुनावों के लिए पार्टी के घोषणापत्र का हिस्सा” बनाने की वकालत की है.
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(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं