खास बातें
- प्रणब ने कांग्रेस सांसदों को हजारे पक्ष से हुई बातचीत का ब्यौरा देते हुए कहा कि यह गलत छवि पेश की जा रही है कि कांग्रेस लोकपाल के खिलाफ है।
नई दिल्ली: वित्तमंत्री प्रणब मुखर्जी ने गुरुवार को कांग्रेस सांसदों को हजारे पक्ष से सरकार की अब तक हुई बातचीत का पूरा ब्यौरा देते हुए कहा कि बाहर यह गलत छवि पेश की जा रही है कि कांग्रेस लोकपाल के खिलाफ है। कांग्रेस सूत्रों ने बताया कि मुखर्जी ने कांग्रेस सांसदों की एक बैठक में कहा कि कांग्रेस ने तो अपने 2009 के आम चुनावों के घोषणा पत्र में ही लोकपाल मसले को शामिल किया था और पिछली बार हजारे की कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से बातचीत भी हुई थी। उन्होंने कहा कि सरकार अब भी हजारे पक्ष की बातचीत सुन रही है। उनकी मांगों पर विचार भी किया गया है और आगे भी बातचीत के लिए तैयार है, लेकिन संसदीय लोकतंत्र की कुछ प्रक्रिया होती है। सूत्रों ने बताया कि मुखर्जी ने कहा कि जिस तरह लोकतंत्र में हर किसी को आंदोलन, धरना, प्रदर्शन करने का अधिकार है, उसी तरह संसद की भी कामकाज करने की प्रक्रिया है। मुखर्जी ने कहा कि हजारे पक्ष विधायी कामकाज पर हावी होने का प्रयास कर रहा है, लेकिन सरकार संसदीय प्रक्रिया जारी रखेगी।