मुंबई पुलिस की रिपोर्ट में इस्लामिक उपदेशक जाकिर नाईक पर कई आरोप : सीएम फडणवीस

मुंबई पुलिस की रिपोर्ट में इस्लामिक उपदेशक जाकिर नाईक पर कई आरोप : सीएम फडणवीस

जाकिर नाईक की फाइल फोटो

खास बातें

  • नाईक ढाका आतंकी हमले के बाद से अपने उपदेशों के लिए विवादों में घिरे हैं
  • मुंबई पुलिस ने महाराष्ट्र के गृह विभाग को नाईक पर अपनी रिपोर्ट सौंपी
  • सरकार नाईक के संगठन IRF पर रिपोर्ट का अध्ययन कर रही है : सीएम फडणवीस
मुंबई:

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने मंगलवार को संकेत दिया कि पुलिस द्वारा सौंपी गई रिपोर्ट में विवादित इस्लामिक उपदेशक जाकिर नाईक पर कई आरोप लगाए गए हैं.

फडणवीस ने अपने किए कई ट्वीट में कहा, 'कई गैरकानूनी गतिविधियों से संगठन (इस्लामिक रिसर्च फाउंडेशन) का संबंध, जिसके जाकिर नाईक प्रमुख हैं, की तरफ इशारा किया गया है. कई गतिविधियों के लिए उन्हें जिम्मेदार ठहराया गया है.'

फडणवीस ने कहा कि सरकार इस्लामिक रिसर्च फाउंडेशन पर रिपोर्ट का अध्ययन कर रही है और जल्द ही केंद्रीय गृह मंत्रालय के साथ आगे की कार्रवाई के लिए सामग्री साझा करेगी. उन्होंने कहा, 'गृह मंत्रालय के साथ विचार-विमर्श में, हम अगली कार्रवाई के लिए फैसला लेंगे, जिसकी हमें जरूरत है.'

हालांकि, पुलिस आयुक्त डी. पडसालगीकर की राज्य सरकार को सौंपी गई रिपोर्ट पर आईआरएफ ने मीडिया में आई अटकलों से इनकार किया. आईआरएफ के प्रवक्ता ने मंगलवार शाम कहा, 'आईआरएफ दोहराना चाहता कि सभी आरोप झूठे और बेबुनियाद हैं. जाकिर नाईक मजबूती के साथ शांति और सौहार्द्र को बढ़ाने में विश्वास करते हैं और दशकों से इसे कर रहे हैं.'

आईआरएफ के प्रवक्ता ने कहा कि हमें गृह मंत्रालय से या किसी दूसरी सरकारी एजेंसी से कोई सूचना नहीं मिली है. हम किसी चीज पर टिप्पणी नहीं करेंगे. प्रवक्ता ने जोर देकर कहा कि संगठन की यह शोध शाखा इस्लाम की जागरूकता और सिद्धांतों को बढ़ावा देने का काम करेगी.

प्रवक्ता ने कहा कि नाईक तुलनात्मक धर्मों के जानकार है, दुनिया भर इन विषयों पर वार्ता आयोजित करते हैं. उन्होंने कहा, 'नाईक इस्लाम के उपदेशों पर जोर देते हैं, जो असंवैधानिक नहीं है. भारतीय संविधान के अनुच्छेद 25 के तहत किसी धर्म के प्रचार और उपदेश की इजाजत है.' उन्होंने कहा कि धर्म परिवर्तन आईआरएफ का मकसद नहीं है. यह सिर्फ इस्लाम के संदेश को फैलाता है और भ्रांतियों को दूर करता है.

गौरतलब है कि नाईक तब विवादों में घिर गए, जब पिछले महीने बांग्लादेश में हुए आतंकी हमले के दोषी ने कथित तौर पर खुद को नाईक के उपदेशों और शिक्षाओं से प्रेरित बताया था. इसके बाद मुंबई पुलिस ने नाईक के कई भाषणों, उपदेशों और आईआरएफ साहित्य के भड़काऊ और उत्तेजक भाषा की जांच की, जिसमें सामुदायिक दंगे और दरार पैदा करने की क्षमता की बात सामने आई.

इस्लामी उपदेशक नाईक पिछले कई महीनों से अरब और अफ्रीकी देशों की यात्रा पर है. उन्होंने 15 जुलाई को टेलीकॉन्फ्रेंसिंग के जरिए मुंबई की मीडिया को संबोधित किया था.

(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)


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