यंगून में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारतीय समुदाय के लोगों को संबोधित किया
यंगून:
म्यांमार यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार की शाम को यंगून में भारतीय समुदाय के लोगों को संबोधित किया. इस मौके पर उन्होंने कहा कि भारत की म्यांमार से सीमाएं ही नहीं भावनाएं भी जुड़ीं हुई हैं. म्यांमार को भगवान ब्रह्मा की धरती कहा जाता है. यह वह धरती है जिसने भगवान बुद्ध की परंपराओं को सहेजा है.
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प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत की स्वतंत्रता का इतिहास म्यांमार को याद किए बिना अधूरा है. यहीं से नेता जी सुभाष चंद बोस ने 'तुम मुझे खून दो' का नारा दिया था. आज़ादी की लड़ाई में म्यांमार की बड़ी भूमिका रही है. उन्होंने कहा कि जब विदेशी ताकतों से देश को आज़ाद करने के लिए देश के वीर सपूतों को अपना घर छोड़ना पड़ता था तो म्यांमार ही उनका दूसरा घर बनता था.
पढ़ें: भारत और म्यांमार ने रिश्ते मजबूत करने के लिए कदम बढ़ाए, 11 एमओयू पर किए हस्ताक्षर
नरेंद्र मोदी ने कहा कि उनकी सरकार का पहले दिन से ही प्रवासी भारतीयों के कल्याण पर जोर रहा है. प्रवासी भारतीयों की आवश्यकताओं को देखते हुए कई कदम उठाए हैं. उन्होंने कहा कि इतना किसी भी देश के विदेश मंत्री अन्य देशों में फंसे अपने नागरिकों के लिए चिंतित नहीं होते जितने कि भारत के विदेश मंत्री रहती हैं. दुनिया के किसी भी देश में फंसा कोई भी भारतीय बिना संकोच के अपनी समस्या हमारी विदेश मंत्री के सामने रखता है और सुषमा जी उस समस्या को दूर करने के लिए दिनरात एक कर देती हैं. उन्होंने कहा कि विदेश में बसे भारतीयों के लिए भारतीय दूतावास के दरवाजे हर समय खुले हुए हैं.
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत को आज दुनिया में सम्मान की निगाह से देखा जा रहा है, उसका कारण विदेशों में रह रहे भारतीय हैं और तेजी से बदल रहा भारत है. हम आजादी के 70 साल मना रहे हैं. यहां हम 'न्यू इंडिया' को देख रहे हैं. हमने संकल्प लिया है कि हम गरीबी मुक्त, आतकंवाद मुक्त, भ्रष्टाचार मुक्त और जातिवाद मुक्त 'क्लीन और न्यू इंडिया' बनाएंगे. इसके लिए जरूरी है कि आधुनिक तरीके से लोगों के जीवन में बदलाव और सरकार इस दिशा में तेजी से काम कर रही है. अपने संबोधन से पहले प्रधानमंत्री ने काली मंदिर में जाकर पूजा-अर्चना की.
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प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत की स्वतंत्रता का इतिहास म्यांमार को याद किए बिना अधूरा है. यहीं से नेता जी सुभाष चंद बोस ने 'तुम मुझे खून दो' का नारा दिया था. आज़ादी की लड़ाई में म्यांमार की बड़ी भूमिका रही है. उन्होंने कहा कि जब विदेशी ताकतों से देश को आज़ाद करने के लिए देश के वीर सपूतों को अपना घर छोड़ना पड़ता था तो म्यांमार ही उनका दूसरा घर बनता था.
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नरेंद्र मोदी ने कहा कि उनकी सरकार का पहले दिन से ही प्रवासी भारतीयों के कल्याण पर जोर रहा है. प्रवासी भारतीयों की आवश्यकताओं को देखते हुए कई कदम उठाए हैं. उन्होंने कहा कि इतना किसी भी देश के विदेश मंत्री अन्य देशों में फंसे अपने नागरिकों के लिए चिंतित नहीं होते जितने कि भारत के विदेश मंत्री रहती हैं. दुनिया के किसी भी देश में फंसा कोई भी भारतीय बिना संकोच के अपनी समस्या हमारी विदेश मंत्री के सामने रखता है और सुषमा जी उस समस्या को दूर करने के लिए दिनरात एक कर देती हैं. उन्होंने कहा कि विदेश में बसे भारतीयों के लिए भारतीय दूतावास के दरवाजे हर समय खुले हुए हैं.
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत को आज दुनिया में सम्मान की निगाह से देखा जा रहा है, उसका कारण विदेशों में रह रहे भारतीय हैं और तेजी से बदल रहा भारत है. हम आजादी के 70 साल मना रहे हैं. यहां हम 'न्यू इंडिया' को देख रहे हैं. हमने संकल्प लिया है कि हम गरीबी मुक्त, आतकंवाद मुक्त, भ्रष्टाचार मुक्त और जातिवाद मुक्त 'क्लीन और न्यू इंडिया' बनाएंगे. इसके लिए जरूरी है कि आधुनिक तरीके से लोगों के जीवन में बदलाव और सरकार इस दिशा में तेजी से काम कर रही है. अपने संबोधन से पहले प्रधानमंत्री ने काली मंदिर में जाकर पूजा-अर्चना की.
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