नई दिल्ली:
सूर्यनेल्ली गैंगरेप केस में आरोपों का सामना कर रहे राज्यसभा के उपसभापति पीजे कुरियन को गुरुवार को कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने तलब किया। सूत्रों ने जानकारी दी है कि इस मुलाकात में कुरियन ने सूर्यनेल्ली गैंगरेप केस में खुद पर लग रहे आरोपों को लेकर सफाई दी है।
इस मुलाकात के बाद ये अटकलें तेज हो गई हैं कि कुरियन से इस्तीफा मांगा जा सकता है, हालांकि कांग्रेस सूत्रों के मुताबिक इस पर औपचारिक निर्णय होना बाकी है। हालांकि कुरियन ने सोनिया गांधी के साथ अपनी करीब 20 मिनट की मुलाकात के बारे में कोई जानकारी नहीं दी। जब उनसे पूछा गया कि क्या उच्च सदन के उपसभापति के पद से उनके इस्तीफे की संभावना है, तो उन्होंने कहा, मैं टिप्पणी नहीं करुंगा। कांग्रेस अध्यक्ष के साथ मेरी क्या बातचीत हुई, मैं उस बारे में कुछ नहीं कहूंगा। यह मीडिया के लिए नहीं है।
उल्लेखनीय है कि पीजे कुरियन ने इस्तीफे की मांगों के बीच दो दिन पहले सोनिया गांधी और राज्यसभा के सभापति हामिद अंसारी को खत लिखकर आरोपों से इंकार किया था। बताया जाता है कि कुरियन ने अंसारी को बताया कि उनके खिलाफ लगाए जा रहे आरोप राजनैतिक षडयंत्र हैं।
दरअसल, वर्ष 1996 में 16 वर्ष की आयु में गैंगरेप की शिकार हुए एक महिला का 72-वर्षीय कुरियन पर आरोप है कि रेप के समय वह भी उन 42 लोगों में शामिल थे, जिन्होंने उसके साथ बलात्कार किया था। केरल में सूर्यनेल्ली की रहने वाली यह महिला अब 33 वर्ष की है। इन आरोपों के बाद भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने मांग की थी कि पीजे कुरियन को अब नैतिक आधार पर राज्यसभा के उपसभापति पद से त्यागपत्र दे देना चाहिए।
इस मुलाकात के बाद ये अटकलें तेज हो गई हैं कि कुरियन से इस्तीफा मांगा जा सकता है, हालांकि कांग्रेस सूत्रों के मुताबिक इस पर औपचारिक निर्णय होना बाकी है। हालांकि कुरियन ने सोनिया गांधी के साथ अपनी करीब 20 मिनट की मुलाकात के बारे में कोई जानकारी नहीं दी। जब उनसे पूछा गया कि क्या उच्च सदन के उपसभापति के पद से उनके इस्तीफे की संभावना है, तो उन्होंने कहा, मैं टिप्पणी नहीं करुंगा। कांग्रेस अध्यक्ष के साथ मेरी क्या बातचीत हुई, मैं उस बारे में कुछ नहीं कहूंगा। यह मीडिया के लिए नहीं है।
उल्लेखनीय है कि पीजे कुरियन ने इस्तीफे की मांगों के बीच दो दिन पहले सोनिया गांधी और राज्यसभा के सभापति हामिद अंसारी को खत लिखकर आरोपों से इंकार किया था। बताया जाता है कि कुरियन ने अंसारी को बताया कि उनके खिलाफ लगाए जा रहे आरोप राजनैतिक षडयंत्र हैं।
दरअसल, वर्ष 1996 में 16 वर्ष की आयु में गैंगरेप की शिकार हुए एक महिला का 72-वर्षीय कुरियन पर आरोप है कि रेप के समय वह भी उन 42 लोगों में शामिल थे, जिन्होंने उसके साथ बलात्कार किया था। केरल में सूर्यनेल्ली की रहने वाली यह महिला अब 33 वर्ष की है। इन आरोपों के बाद भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने मांग की थी कि पीजे कुरियन को अब नैतिक आधार पर राज्यसभा के उपसभापति पद से त्यागपत्र दे देना चाहिए।
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