इराक में इस्लामिक चरमपंथियों आईएसआईएस का साथ दे रहे एक भारतीय युवक की मौत की खबर है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, महाराष्ट्र के रहने वाले आरिफ फैय्याज माजिद मोसुल में धमाकों में मारा जा चुका है।
महाराष्ट्र एटीएस के सूत्रों ने बताया है कि परिवार को इलाके से फोन के जरिये इस घटना की सूचना दी गई है।
खुफिया विभाग में एनडीटीवी के सूत्रों ने बताया था कि इंटरनेट के जरिये इन युवकों को आईएसआईएस में शामिल किया गया था।
गौरतलब है कि आरिफ उन चार अन्य युवकों (फहद तनवीर शेख, अमन नईम तंदेल और शाहीन फारुकी तंकी) में शामिल है, जो बीते 23 मई को अचानक घर से लापता हो गए थे। इसके कुछ दिन बाद आरिफ के परिजनों ने स्थानीय पुलिस को इसकी सूचना दी थी। बता दें कि आरिफ इंजीनियरिंग का छात्र था।
एटीएस सूत्रों के अनुसार, आरिफ की मौत की खबर उसके अन्य साथी फहद तनवीर शेख के चाचा इफ्तिखार शेख ने दी है। एटीएस ने इससे पहले कहा था कि पैसों के लेन-देन से पता चलता है कि यह लोग इराक गए हैं।
उल्लेखनीय है कि चारों जिहादियों का परिवार कल्याण इलाके में ही रहता है। महाराष्ट्र एटीएस ने आरिफ के घर से लैपटॉप और पेनड्राइव जब्त किया था। इस घटना के सामने आने के बाद आरिफ के परिवार ने जुलाई माह में दिल्ली में गृहमंत्री राजनाथ सिंह से मुलाकात की थी और अपनी समस्या साझा की। और आरिफ को वापस लाने में मदद करने की अपील की थी।
आरिफ के पिता एजाज माजिद ने बताया कि 26 मई को आरिफ ने फोन कर बताया था कि वह इराक पहुंच गया है।
बता दें कि इराक जाने से पहले आरिफ ने एक खत छोड़ा था। इसमें उसने लिखा था, "मैं इस्लाम को बचाने के लिए जा रहा हूं।"
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं