भारतीय वायु सेना ने सोमवार देर रात पाकिस्तान के बालाकोट स्थित आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के कैंप को ध्वस्त कर दिया. इस काम को वायु सेना के मिराज 2000 के जरिए अंजाम दिया गया. सरकारी सूत्रों के हवाले से बताया गया है कि इस हमले में तकरीबन 300 आतंकियों के मारे जाने की सूचना है. केंद्र सरकार की ओर से बताया गया है कि भारत ने आतंकी कैंप को ध्वस्त किया है. यह कोई सैन्य कार्रवाई नहीं थी. वायु सेना की इस कार्रवाई के बाद जम्मू-कश्मीर के कई नेताओं ने अपने बयान दिए. नेशनल कांफ्रेंस के लीडर और राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने इस कार्रवाई को लेकर कई ट्वीट किए. उन्होंने इस पूरी कार्रवाई को एक नया खेल बताया. उमर अब्दुल्ला ने ट्वीट कर कहा कि भारतीय वायुसेना द्वारा जैश-ए-मोहम्मद की शिविरों पर किया गया हमला बिल्कुल नया खेल है क्योंकि यह पहली बार है जब शांति काल में पड़ोसी देश में आतंकवादियों पर हवाई हमला किया गया है.
JeM hit Indian forces & claimed the attack. In turn Indian forces hit JeM & owned that air strike. It's now time for cooler heads to prevail. War is never an ideal option to resolve disputes. Let's go back to the India-Saudi joint statement of last week.
— Omar Abdullah (@OmarAbdullah) February 26, 2019
अब्दुल्ला ने ट्वीट किया कि बालाकोट हवाई हमले के साथ ही हम नई मिसाल में पहुंच गए हैं. उरी के बाद हुआ सर्जिकल स्ट्राइक हमारे नुकसान का बदला लेने के लिए था, लेकिन बालाकोट जैश के संभावित हमलों को रोकने के लिए बरता गया एहतियात है. बिल्कुल नया खेल है.
We've entered a whole new paradigm with the Balakote air strike. The post Uri strike was to avenge our losses, Balakote was a “preemptive strike to prevent an imminent JeM attack”. Totally new ballgame.
— Omar Abdullah (@OmarAbdullah) February 26, 2019
महबूबा मुफ्ती ने इस कार्रवाई के बाद कहा
उन्होंने कहा कि आज IAF के हमले के बाद ट्विटर और समाचार चैनलों पर बड़े पैमाने पर युद्ध के उन्माद जैसी स्थिति है. इनमें से अधिकांश लोग अज्ञानी हैं, जिन्होंने बगैर दिमाग लगाए ही अपनी चीजों को फैलाना शुरू कर दिया है. मेरा कहना बस इतना है कि आखिरी कैसे शिक्षित लोग भी युद्ध की संभावना पर खुशी भी मना रहे हैं. यही सच में जहालत है.
Todays IAF strikes were followed by mass war hysteria on twitter & news channels. Most of these people are ignorant who have suspended the use of common sense. But its disconcerting that educated privileged people are cheering on at the prospect of a war. This is true jahaalat.
— Mehbooba Mufti (@MehboobaMufti) February 26, 2019
एक अन्य ट्वीट में उन्होंने कहा कि यदि मेरा प्रतिशोध अनावश्यक प्रतिशोध है तो ऐसा ही सही. मैं सिर्फ शांति के पक्ष में हूं और मैं सामूहिक अहं को संतुष्ट करने के लिए अनगिनत लोगों को बलिदान करने से बचना चाहूंगी. मुझे लगता है कि गर्व और देशभक्ति की गलत भावना करना जरूरी है.
If my aversion to unnecessary retaliation & subsequent war makes gullible people question my nationalism then so be it. I would rather bat for peace & save lives than sacrifice countless ones just to satisfy collective egos and misplaced sense of pride & patriotism.
— Mehbooba Mufti (@MehboobaMufti) February 26, 2019
बता दें कि पुलवामा में हुए आतंकी हमले के बाद भारत ने आतंकवादियों को मुंहतोड़ जवाब देते हुए उनकी कमर तोड़ दी है. भारतीय वायुसेना (indian air force) ने पीओके के आतंकी कैंप पर सोमवार देर रात (Air strike on Terrorist Camp) हवाई हमला किया और उसके सारे कैम्पों को तबाह कर दिया. सरकारी सूत्रों के अनुसार वायुसेना की इस बड़ी कार्रवाई में करीब 300 आतंकवादी मारे गए हैं और इसमें जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मसूद अज़हर का बहनोई यूसुफ अज़हर भी मारा गया है जो यह कैंप चला रहा था. भारतीय वायुसेना को इस बड़ी कार्रवाई को अंजाम देने में 12 मिराज फाइटर जेट का सहारा लेना पड़ा. इतना ही नहीं, करीब 1000 किलो बम भी बरसाए गए. भारतीय वायुसेना के इस कार्रवाई का सभी राजनीतिक पार्टियों ने स्वागत किया है और सेना को बधाई दी है. हालांकि पाकिस्तान ने इस कार्रवाई के बाद एक हाई लेवल मीटिंग बुलाई, जिसमें हालात को लेकर चर्चा की गई.
विदेश सचिव ने हमले की पुष्टि की
भारतीय वायुसेना द्वारा पीओके में स्थित आतंकी कैंपों पर हमले की खबरों की पुष्टि करते हुए विदेश सचिव विजय गोखले ने एक प्रेस वार्ता की. उन्होंने बताया कि खुफिया जानकारी मिली थी कि जैश-ए-मोहम्मद भारत में फिर फिदायीन आतंकवादी हमलों की साज़िश रच रहा है, इसलिए उसे रोकने के लिए हमला करना ज़रूरी हो गया था. उन्होंने बताया, "बालाकोट का कैम्प जैश-ए-मोहम्मद का सबसे बड़ा कैम्प था... इसे जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मसूद अज़हर का बहनोई यूसुफ अज़हर संचालित कर रहा था, जो मारा गया है... ऑपरेशन का निशाना खासतौर से आतंकी अड्डे को बनाया गया था, ताकि नागरिकों को नुकसान न हो..." उन्होंने कहा कि यह ऑपरेशन पूरी तरह आतंकियों के खिलाफ था, न की कोई मीलिट्री ऑपरेशन.
हमले की खबरों के बीच बैठक
आतंकी कैंप पर हमले की खबरों के बीच प्रधानमंत्री की अध्यक्षता में मंगलवार सुबह 9:30 बजे केंद्रीय कैबिनेट की बैठक हुई. इस बैठक में PM व गृहमंत्री के अलावा विदेशमंत्री सुषमा स्वराज, रक्षामंत्री निर्मला सीतारमण, वित्तमंत्री अरुण जेटली तथा राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजीत डोवाल भी शामिल थे. इस बैठक में हमले के बाद के हालात को लेकर चर्चा की गई.
VIDEO: प्रकाश जावेड़कर ने कहा सेना ने दिखाया अपना पराक्रम.
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