नई दिल्ली:
केंद्रीय वित्तमंत्री अरुण जेटली ने मंगलवार को कहा कि नेशनल हेराल्ड मामला गंभीर भ्रष्टाचार का मामला है और सरकार का इससे कोई लेना-देना नहीं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस को अपने खिलाफ अदालत में लड़ाई करनी चाहिए न कि इसके लिए संसद की कार्यवाही बाधित करें।
हेराल्ड केस से सरकार का लेना-देना नहीं
संसद से बाहर जेटली ने पत्रकारों से कहा, 'यह गंभीर भ्रष्टाचार का मामला है, क्योंकि राजनीतिक उद्देश्य से इकट्ठी की गई राशि का व्यापारिक इस्तेमाल किया गया।' जेटली ने कहा, 'सरकार का इससे कोई लेना-देना नहीं है... संसद का भी इसमें क्या काम? निजी तौर पर उनके खिलाफ शिकायत दर्ज की गई और सरकार पूरे मामले में कहीं है ही नहीं। हाईकोर्ट ने उनके मामले को खारिज कर दिया और उनसे सुनवाई का सामना करने को कहा। इस देश में किसी को भी कानून से छूट नहीं है। वे उच्चतर अदालतों में आदेश को चुनौती दे सकते हैं या कार्यवाही का सामना कर सकते हैं।
कोई 'बनाना रिपब्लिक' नहीं है भारत
इस मुद्दे पर संसद की कार्यवाही को बाधित करने के लिए कांग्रेस पर निशाना साधते हुए जेटली ने सोनिया गांधी और राहुल गांधी सहित पार्टी नेताओं को अदालतों का सामना करने को कहा। उन्होंने कहा कि भारत कोई 'बनाना रिपब्लिक' नहीं है, जहां संसद या मीडिया ऐसे मामलों में दोषी या निर्दोष का फैसला कर सकती है।
जेटली ने कहा कि सरकार ने कुछ नहीं किया है और अगर किसी चरण में सरकार को लगता है कि किसी जांच एजेंसी को कुछ प्रथम दृष्टया मिलता है तो वे ऐसा कर सकते हैं। वे अभी उस चरण में नहीं पहुंचे हैं। उन्होंने कहा कि इसका उपचार यह है कि आदेश के खिलाफ अपील की जाए या मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश होकर कार्यवाही का सामना किया जाए।
हेराल्ड केस से सरकार का लेना-देना नहीं
संसद से बाहर जेटली ने पत्रकारों से कहा, 'यह गंभीर भ्रष्टाचार का मामला है, क्योंकि राजनीतिक उद्देश्य से इकट्ठी की गई राशि का व्यापारिक इस्तेमाल किया गया।' जेटली ने कहा, 'सरकार का इससे कोई लेना-देना नहीं है... संसद का भी इसमें क्या काम? निजी तौर पर उनके खिलाफ शिकायत दर्ज की गई और सरकार पूरे मामले में कहीं है ही नहीं। हाईकोर्ट ने उनके मामले को खारिज कर दिया और उनसे सुनवाई का सामना करने को कहा। इस देश में किसी को भी कानून से छूट नहीं है। वे उच्चतर अदालतों में आदेश को चुनौती दे सकते हैं या कार्यवाही का सामना कर सकते हैं।
कोई 'बनाना रिपब्लिक' नहीं है भारत
इस मुद्दे पर संसद की कार्यवाही को बाधित करने के लिए कांग्रेस पर निशाना साधते हुए जेटली ने सोनिया गांधी और राहुल गांधी सहित पार्टी नेताओं को अदालतों का सामना करने को कहा। उन्होंने कहा कि भारत कोई 'बनाना रिपब्लिक' नहीं है, जहां संसद या मीडिया ऐसे मामलों में दोषी या निर्दोष का फैसला कर सकती है।
जेटली ने कहा कि सरकार ने कुछ नहीं किया है और अगर किसी चरण में सरकार को लगता है कि किसी जांच एजेंसी को कुछ प्रथम दृष्टया मिलता है तो वे ऐसा कर सकते हैं। वे अभी उस चरण में नहीं पहुंचे हैं। उन्होंने कहा कि इसका उपचार यह है कि आदेश के खिलाफ अपील की जाए या मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश होकर कार्यवाही का सामना किया जाए।
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