नई दिल्ली:
गुजरात पुलिस के हाथों फर्जी मुठभेड़ में मारी गई इशरत जहां आतंकवादी नहीं थी। यह बात सीबीआई अपनी पूरक चार्जशीट में कहने जा रही है।
एनडीटीवी को मिली जानकारी के मुताबिक सीबीआई का कहना है कि उसे इशरत जहां के आतंकवादी होने का कोई सबूत नहीं मिला है। सीबीआई के मुताबिक वह एक कॉलेज की छात्रा भर है, आतंकवादी नहीं।
उसके साथ मारे गए जावेद को सीबीआई एक मुखबिर मान रही है, जबकि बाकी दो लोगों के बारे में भी कोई सबूत नहीं हैं।
सूत्र बता रहे हैं कि इस मामले के आरोपी आइपीएस अफसर डीजी वंजारा पुलिस के साथ सहयोग नहीं कर रहे।
एनडीटीवी को मिली जानकारी के मुताबिक सीबीआई का कहना है कि उसे इशरत जहां के आतंकवादी होने का कोई सबूत नहीं मिला है। सीबीआई के मुताबिक वह एक कॉलेज की छात्रा भर है, आतंकवादी नहीं।
उसके साथ मारे गए जावेद को सीबीआई एक मुखबिर मान रही है, जबकि बाकी दो लोगों के बारे में भी कोई सबूत नहीं हैं।
सूत्र बता रहे हैं कि इस मामले के आरोपी आइपीएस अफसर डीजी वंजारा पुलिस के साथ सहयोग नहीं कर रहे।
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