यह ख़बर 26 जुलाई, 2013 को प्रकाशित हुई थी

अमर्त्य सेन से उपाधि छीनने की बात करना अधिनायकवादी सोच : नीतीश

खास बातें

  • नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री के रूप में नहीं देखने के विचार व्यक्त करने वाले नोबेल पुरस्कार विजेता अमर्त्य सेन से भारत रत्न वापस लेने की बीजेपी के वरिष्ठ नेता और सांसद चंदन मित्रा की टिप्पणी पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि यह बिल्कुल अधिनायक
पटना:

नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री के रूप में नहीं देखने के विचार व्यक्त करने वाले नोबेल पुरस्कार विजेता अमर्त्य सेन से भारत रत्न वापस लेने की बीजेपी के वरिष्ठ नेता और सांसद चंदन मित्रा की टिप्पणी पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि यह बिल्कुल अधिनायकवादी सोच का परिचायक है। यह भारतीय संविधान की मूल भावना के प्रतिकूल है और इसकी जितनी निंदा की जाए कम है।

पटना में शुक्रवार को पत्रकारों से नीतीश ने कहा कि भारत के संविधान में लोगों को अपने विचार प्रकट करने की आजादी है और ऐसा करने से कोई रोक नहीं सकता। उन्होंने कहा कि प्रोफेसर अमर्त्य सेन जी के किसी विषय पर विचार प्रकट करने के लिए अगर उनको धमकाया जाता है कि हम उनका भारत रत्न वापस ले लेंगे, यह अधिनायकवादी सोच का परिचायक है।

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नीतीश ने कहा कि ऐसा करना किसी के लिए संभव नहीं है। कोई मन में भ्रम पाल सकता है, लेकिन इस देश में ऐसा करना नामुमकिन है। उन्होंने कहा कि समावेशी विकास के हिमायती और देश एवं दुनिया में विद्यमान गरीबी के प्रति चिंता रखने वाले डॉ अमर्त्य सेन जैसे महान अर्थशास्त्री ने अगर कोई विचार व्यक्त किए हैं और उस आधार पर कोई इस दूरी तक जाए और धमकाए कि भारत रत्न की उन्हें जो उपाधि दी गई है, उसे छीन लिया जाए, इसका उनकी पार्टी जेडीयू ने कड़ा विरोध किया है।