तंजील अहमद... (फाइल फोटो)
नई दिल्ली:
एनआईए अधिकारी तंजील अहमद की हत्या के मामले में पुलिस ने दो लोगों को गिरफ्तार किया है। इनमें एक तंजील का रिश्तेदार है जबकि मुनीर नाम का मुख्य अभियुक्त अभी भी फरार है।
तंजील की पत्नी को एम्स के ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया गया
वहीं एनआईए अधिकारी तंजील अहमद की पत्नी फरजाना को हालात बिगड़ने के बाद एम्स के ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया गया है। फरजाना का इलाज नोएडा के एक अस्पताल में चल रहा था। तंजील अहमद पर हमले के दौरान उन्हें भी गोलियां लगी थीं।
मुख्य आरोपी अब भी फरार
पुलिस ने खुलासा करते हुए कहा कि इस सिलसिले में दो आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। मुनीर ने तंजील अहमद को गोली मारी थी, वह अभी फरार है। पुलिस ने बिजनौर से रैयान और जैनुल को गिरफ्तार किया है। जैनुल हथियार लेकर आया था और वहीं रैयान तंजील का रिश्तेदार था।
पुलिस ने बताई हत्या की वजह
जांच में पता चला है कि हत्या की वजह थी कि मुनीर को यह शक था कि उसकी मुखबिरी होगी। मुनीर का पहले भी एक लूट में नाम आ चुका था। पुलिस का कहना है कि इस पूरे मामले में मुनीर का रोल ही प्रमुख है। गवाह इनामुद्दिन और बॉबी ने घटना के संबंध में पुलिस को काफी पुख्ता जानकारी दी। हत्या की वजह बताते हुए पुलिस का कहना है कि रैयान जो 20-21 का युवा है उसकी एक बार तंजील अहमद ने मदद नहीं की थी। परिवार ने कई बार तंजील से मदद मांगी, जो उन्होंने नहीं की। मुनीर ने हत्या में इसलिए साथ दिया, क्योंकि बिजनौर में 91 लाख की लूट में जब वह फंसा था तो सब दिल्ली में मुनीर के घर पर गए थे। मुनीर को शक था कि इस मामले में पुलिस को तंजील अहमद ने जानकारी दी थी।
तंजील की पत्नी को एम्स के ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया गया
वहीं एनआईए अधिकारी तंजील अहमद की पत्नी फरजाना को हालात बिगड़ने के बाद एम्स के ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया गया है। फरजाना का इलाज नोएडा के एक अस्पताल में चल रहा था। तंजील अहमद पर हमले के दौरान उन्हें भी गोलियां लगी थीं।
मुख्य आरोपी अब भी फरार
पुलिस ने खुलासा करते हुए कहा कि इस सिलसिले में दो आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। मुनीर ने तंजील अहमद को गोली मारी थी, वह अभी फरार है। पुलिस ने बिजनौर से रैयान और जैनुल को गिरफ्तार किया है। जैनुल हथियार लेकर आया था और वहीं रैयान तंजील का रिश्तेदार था।
पुलिस ने बताई हत्या की वजह
जांच में पता चला है कि हत्या की वजह थी कि मुनीर को यह शक था कि उसकी मुखबिरी होगी। मुनीर का पहले भी एक लूट में नाम आ चुका था। पुलिस का कहना है कि इस पूरे मामले में मुनीर का रोल ही प्रमुख है। गवाह इनामुद्दिन और बॉबी ने घटना के संबंध में पुलिस को काफी पुख्ता जानकारी दी। हत्या की वजह बताते हुए पुलिस का कहना है कि रैयान जो 20-21 का युवा है उसकी एक बार तंजील अहमद ने मदद नहीं की थी। परिवार ने कई बार तंजील से मदद मांगी, जो उन्होंने नहीं की। मुनीर ने हत्या में इसलिए साथ दिया, क्योंकि बिजनौर में 91 लाख की लूट में जब वह फंसा था तो सब दिल्ली में मुनीर के घर पर गए थे। मुनीर को शक था कि इस मामले में पुलिस को तंजील अहमद ने जानकारी दी थी।
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