परमाणु आपूर्तिकर्ता समूह में भारत के प्रवेश को लेकर न्यूज़ीलैंड ने नहीं दिया कोई आश्वासन

परमाणु आपूर्तिकर्ता समूह में भारत के प्रवेश को लेकर न्यूज़ीलैंड ने नहीं दिया कोई आश्वासन

खास बातें

  • न्यूजीलैंड ने सिर्फ ये कहा कि भारत के लिए इसके महत्व को वो समझता है
  • आतंकवाद के मुद्दे पर भी भारत के साथ सहयोग की बात हुई
  • NSG में जारी प्रक्रिया में सकारात्मक योगदान देने का आश्‍वासन दिया
नई दिल्‍ली:

न्यूजीलैंड के प्रधानमंत्री जॉन की और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच द्विपक्षीय वार्ता हुई, लेकिन परमाणु आपूर्तिकर्ता समूह (Nuclear Suppliers Group) में भारत के प्रवेश को लेकर न्यूज़ीलैंड ने कोई आश्वासन नहीं दिया.

जहां भारत ने ज़ोर देकर कहा कि इस ग्रुप में शामिल होने से पेरिस समझौते के तहत स्वच्छ ऊर्जा का लक्ष्य पाने में मदद मिलेगी, लेकिन न्यूजीलैंड ने सिर्फ ये कहा कि भारत के लिए इसके महत्व को वो समझता है. NSG में जो प्रक्रिया चल रही है, उसमें वो सकारात्मक योगदान देता रहेगा. सभी NSG सदस्यों के साथ जल्द किसी फैसले पर पहुंचेंगे.
 


न्यूजीलैंड उन देशों में से है, जिसे भारत के बिना NPT पर दस्तखत किए NSG में शामिल किए जाने पर आपत्ति है. न्यूजीलैंड के अलावा चीन, ऑस्ट्रिया, आयरलैंड, साउथ अफ्रीका, ब्राजील जैसे देशों को यही आपत्ति है. हालांकि सूत्रों के मुताबिक, भारत इस बातचीत से उत्साहित है. उसे लग रहा है कि न्यूजीलैंड उसकी स्वच्छ ऊर्जा की जरूरत को समझ रहा है.
 
आतंकवाद के मुद्दे पर भी भारत के साथ सहयोग की बात की है. खासकर 1267 UN कमेटी में, जिसमें मसूद अजहर को आतंकी घोषित करने का मामला चीन ने फंसा रखा है। साझा बयान में दोनों देशों ने आतंकवादियों के लिए सुरक्षित ठिकानों, उनका इंफ्रास्ट्रक्चर, नेटवर्क और आर्थिक मदद को खत्म करने सीमा पार आतंक को खत्म करने की बात की है. जल्द अंतरराष्‍ट्रीय आतंकवाद पर व्यापक अभिसमय लागू करने की बात कही है.

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