सरकार का दावा : ग्रामीण भारत 85 फीसदी स्वच्छ, 7.4 करोड़ टॉयलेट बने

केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्रालय ने किया दावा, देश के 391 ज़िलों में कुल तीन लाख 80 हज़ार गांव खुले में शौच से मुक्त

सरकार का दावा : ग्रामीण भारत 85 फीसदी स्वच्छ, 7.4 करोड़ टॉयलेट बने

प्रतीकात्मक फोटो.

खास बातें

  • 6000 गांवों के 90,000 परिवारों का सर्वे किया गया
  • 93.4 प्रतिशत घरों में टॉयलेट का इस्तेमाल किया जा रहा
  • 2017 में 91 फीसदी लोगों द्वारा टॉयलेट के इस्तेमाल की बात सामने आई थी
नई दिल्ली:

स्वच्छ भारत मिशन के तहत अब तक 85% ग्रामीण भारत स्वच्छ हो चुका है. ग्रामीण विकास मंत्रालय ने शुक्रवार को ये दावा किया. सरकार की तरफ से जारी ताज़ा आंकड़ों के मुताबिक ग्रामीण इलाकों में जन अभियान की मदद से अब तक 7.4 करोड़ टॉयलेट का निर्माण किया जा चुका है.

भारत सरकार का दावा है अब तक पूरे देश के 391 ज़िलों में कुल तीन लाख 80 हज़ार गांव खुले में शौच से मुक्त हो चुके हैं. ग्रामीण विकास मंत्रालय के मुताबिक एक स्वतंत्र वेरिफिकेशन एजेंसी ने हाल ही में 6000 गांवों के 90,000 परिवारों के सर्वे में पाया है कि इनमें से 93.4 % के घरों में टॉयलेट का इस्तेमाल किया जा रहा था.

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इससे पहले 2017 में क्वालिटी कॉउंसिल ऑफ़ इंडिया के एक स्वतंत्र सर्वे में 91 % लोगों द्वारा टॉयलेट के इस्तेमाल की बात सामने आई थी जबकि इससे पहले 2016 में नेशनल सैंपल सर्वे आर्गेनाईजेशन के एक स्वतंत्र सर्वे में यह आंकड़ा 95% दिखाया गया था.R


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