स्वदेशी लड़ाकू विमान तेजस के नौसेना संस्करण का गोवा में सफल परीक्षण किया गया.
खास बातें
- विमानवाहक पोत पर तेजस की क्षमताओं को परखा गया
- गोवा में नौसेना के एक प्लेटफॉर्म पर विमान के कई परीक्षण किए गए
- अगले महीनों में विमान की लैंडिंग और रीफ्यूलिंग की झमताओं को परखा जाएगा
बेंगलुरु/नई दिल्ली: स्वदेशी तरीके से निर्मित हल्के लड़ाकू विमान तेजस के नौसेना संस्करण का गुरुवार को सफलतापूर्वक परीक्षण किया गया. इससे विमानवाहक पोत पर उसकी क्षमताओं को परखा गया. अधिकारियों ने यह जानकारी दी.
एक अधिकारी ने कहा, ‘‘भारत अमेरिका, यूरोप, रूस और चीन जैसे उन चुनिंदा देशों में शुमार हो गया है जिनके पास ऐसे विमान के उत्पादन की क्षमता है जो विमान वाहक पोत से संचालित हो सकता है.’’ उन्होंने कहा कि गोवा में नौसेना के एक प्लेटफॉर्म पर विमान के ‘‘टैक्सी इन’’ समेत कई परीक्षण किए गए. यह विमान के नौसेना संस्करण के विकास की दिशा में अहम मील का पत्थर है.
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अधिकारी ने कहा कि आने वाले कुछ महीनों में कुछ और परीक्षण किए जाएंगे जिससे इसकी लैंडिंग और रीफ्यूलिंग की झमताओं को परखा जा सके. हलके लड़ाकू विमान तेजस का निर्माण हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) ने किया है.
(इनपुट भाषा से)