नई दिल्ली:
सरकार ने गुरुवार को बताया कि मालदीव के पूर्व राष्ट्रपति मोहम्मद नशीद अपनी इच्छा से माले स्थित भारतीय उच्चायोग में आए थे और मर्जी से ही वह वहां से गए।
विदेश मंत्री सलमान खुर्शीद ने आज राज्यसभा को बताया कि नशीद के खिलाफ हुलहुमाले की मजिस्ट्रेट अदालत ने गिरफ्तारी वारंट जारी किया। इसके बाद 13 फरवरी 2013 को नशीद माले स्थित भारतीय उच्चायोग आए और मदद मांगी।
खुर्शीद ने कहा ‘मालदीव की सरकार से हमारी बातचीत के बाद नशीद वहां 11 दिन रूके और 23 फरवरी को वहां से गए। अपनी इच्छा से माले स्थित भारतीय उच्चायोग में आए थे और मर्जी से ही वह वहां से गए।’ उन्होंने एच के दुआ के प्रश्न के लिखित उत्तर में बताया कि मालदीव के साथ भारत के मैत्रीपूर्ण एवं सहयोग संबंध हैं तथा भारत मालदीव में सभी राजनीतिक दलों और लोकतांत्रिक प्रतिष्ठानों से संपर्क बनाए हुए है।
विदेश मंत्री सलमान खुर्शीद ने आज राज्यसभा को बताया कि नशीद के खिलाफ हुलहुमाले की मजिस्ट्रेट अदालत ने गिरफ्तारी वारंट जारी किया। इसके बाद 13 फरवरी 2013 को नशीद माले स्थित भारतीय उच्चायोग आए और मदद मांगी।
खुर्शीद ने कहा ‘मालदीव की सरकार से हमारी बातचीत के बाद नशीद वहां 11 दिन रूके और 23 फरवरी को वहां से गए। अपनी इच्छा से माले स्थित भारतीय उच्चायोग में आए थे और मर्जी से ही वह वहां से गए।’ उन्होंने एच के दुआ के प्रश्न के लिखित उत्तर में बताया कि मालदीव के साथ भारत के मैत्रीपूर्ण एवं सहयोग संबंध हैं तथा भारत मालदीव में सभी राजनीतिक दलों और लोकतांत्रिक प्रतिष्ठानों से संपर्क बनाए हुए है।
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं