भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार और गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को कहा कि जनता उन्हें प्रधानमंत्री नहीं, चौकीदार बनाए। वह यहां पार्टी द्वारा आयोजित विजय शंखनाद रैली को संबोधित कर रहे थे।
मोदी ने कहा, "आप लोग मुझे प्रधानमंत्री नहीं चौकीदार बनाएं और मैं देश के खजाने पर कोई भी पंजा नहीं पड़ने दूंगा।" मोदी ने कहा कि इस देश में गरीबों की झोपड़ी शहजादे (राहुल गांधी) के पूर्वजों के कारनामों के कारण आबाद है।
मोदी ने कहा, "आधी से पूरी रोटी तक आने में यदि 60 वर्ष का समय लगा तो पूरी से भरपेट रोटी तक आने में 100 साल का समय लगेगा। आप लोगों ने कांग्रेस को 60 वर्ष तक शासन करने का मौका दिया। भाजपा को 60 महीने का समय दीजिए। हम देश की तकदीर और तस्वीर दोनों ही बदल देंगे।"
मोदी ने कहा कि वह रोने और आंसू बहाने के लिए नहीं आए हैं। वह गरीबों व किसानों के आंसू पोंछने का संकल्प लेकर आए हैं।
मोदी ने रैली में जनता से पूछा कि क्या बुंदेलखंड के लोगों के अंदर विकास करने का दम नहीं है? इसका स्वयं ही जवाब देते हुए मोदी ने कहा कि यहां के किसानों में तो दम है, लेकिन लखनऊ और दिल्ली की सरकारों में दम नहीं है।
मोदी ने दिल्ली की केंद्र सरकार से पूछा कि जहां-जहां कांग्रेस की सरकार है, वहीं पर क्यों सबसे अधिक किसानों ने आत्महत्या की। इसका कारण यह है कि कांग्रेस की सरकार को गांव, गरीब और किसान की परवाह नहीं है। कांग्रेस चुनाव में रेवड़ी बांटती है और पैकेज की बात करती है। बुंदेलखंड में यह पैकेज उत्तर प्रदेश के नेताओं का मुंह बंद करने के लिए आया था।
मोदी ने इस मौके पर मुसलमानों और सिखों को भी लुभाने की कोशिश की। राहुल गांधी के हाल में दिए गए बयान पर निशाना साधते हुए मोदी ने कहा कि कांग्रेस उपाध्यक्ष उन मुस्लिम नौजवानों का नाम बताएं जो पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई के संपर्क में हैं, अन्यथा उन युवकों से सार्वजनिक रूप से माफी मांगें।
मोदी ने कहा कि कांग्रेस के शहजादे राहुल गांधी ने मुजफ्फरनगर दंगे के पीड़ित नौजवानों पर गंभीर आरोप लगाया है कि वहां शिविरों में रह रहे कुछ मुस्लिम युवक आईएसआई के संपर्क में हैं। उन्होंने राहुल से सवाल किया कि केंद्र में उनकी पार्टी की सरकार है। ऐसे में यदि इतना गंभीर मामला आ गया है तो सरकार क्या कर रही है? मोदी ने कहा कि राहुल तत्काल ऐसे लोगों का नाम घोषित करें नहीं तो देश के उन नौजवानों से माफी मांगें।
मोदी ने केंद्र सरकार की खुफिया एजेंसियों पर भी सवाल उठाया और कहा कि जो व्यक्ति मात्र सांसद है और जिसने गोपनीयता की कोई शपथ नहीं ली है, खुफिया एजेंसियां उसे देश की गुप्त रिपोर्ट क्यों दे रही हैं।
मोदी ने सिख समुदाय की हमदर्दी बटोरने की भी कोशिश की। उन्होंने राहुल गांधी के उस बयान की ओर इशारा किया, जिसमें उन्होंने कहा था कि जब मेरी दादी (इंदिरा गांधी) मारी गईं थीं तो मुझे बहुत गुस्सा आया था।
मोदी ने कहा कि यह सच है कि दादी की हत्या पर राहुल को गुस्सा आया होगा, कांग्रेसियों को भी गुस्सा आया था, लेकिन उसके बाद जब उनके लोगों ने हजारों सिखों को मौत के घाट उतार दिया और नौजवानों को जिंदा जला दिया तो क्या उस पर भी उन्हें गुस्सा आया था? यदि आया होता तो आज तक इस मामले में किसी एक भी दोषी को सजा क्यों नहीं मिली।
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