
नरेंद्र मोदी का एक फाइल फोटो।
बीजेपी में नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित करने का विरोध कर रहे लालकृष्ण आडवाणी और सुषमा स्वराज के सुर आरएसएस की दखल के बाद अब नरम पड़ गए हैं। पार्टी में तैयारी है कि शुक्रवार को नरेंद्र मोदी के नाम का ऐलान कर दिया जाए।
क्या हमारी AI समरी आपके लिए उपयोगी रही?
हमें बताएं।
शुक्रवार को बीजेपी संसदीय बोर्ड की बैठक में प्रधानमंत्री पद के दावेदार के तौर पर नरेंद्र मोदी का ऐलान अब लगभग तय है।
दिल्ली में दो दिन चली बैठक में आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत का निर्देश साफ़ था कि विशेष परिवर्तन का समय है और यह पक्का होगा।
भागवत ने मोदी का नाम लिए बिना आडवाणी और सुषमा की मौजूदगी में यह बात कही। इशारा पार्टी के भीतर सबने समझ लिया।
अब मोदी विरोधी माने जाने वाले आडवाणी और सुषमा के सुर नरम हैं। आडवाणी को याद आ रहा है कि वह जो भी हैं संघ की बदौलत हैं। सुषमा का भी कहना है वह संघ का फ़ैसला मानेंगी।
संसदीय बोर्ड के तमाम सदस्यों से कह दिया गया है कि वे 12 सितंबर के बाद दिल्ली में रहें। 13 की शाम 4 बजे संसदीय बोर्ड की बैठक तय हो गई है।
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं
नरेंद्र मोदी, गुजरात दंगा, हिन्दू राष्ट्रवाद, पीएम प्रत्याशी, नरेंद्र मोदी इंटरव्यू, Narendra Modi, Gujarat Riots, Hindu Nationalist, BJP, PM Candidate