नगालैंड के दीमापुर में जेल तोड़कर एक शख़्स की हत्या किए जाने के मामले में सीनियर जेल अधीक्षक की रिपोर्ट आई है। इस रिपोर्ट में पुलिस और प्रशासन पर गंभीर सवाल उठाए गए हैं। जेल अधीक्षक ने कहा है कि हालात बिगड़ने की जानकारी पुलिस को सुबह 11.30 बजे ही दे दी गई थी, लेकिन इसके बावजूद जेल की सुरक्षा बढ़ाने के लिए पुलिस का अतिरिक्त बल शाम तक नहीं पहुंचा, जिसके चलते भीड़ को कथित रेप के आरोपी को ढूंढने का पूरा मौका मिल गया।
इस रिपोर्ट की अहम बातें
सुबह साढ़े 11 बजे: जेल प्रशासन को कब्जे की तैयारियों की पहली सूचना मिली
दोपहर 12 बजे : कुछ अधिकारी जेल में सुरक्षा का जायज़ा लेने पहुंचे
दोपहर डेढ़ बजे : जेल अधीक्षक ने भीड़ के जमा होने की जानकारी एसपी को दी
बिगड़ते हालात के बावजूद शाम तक पुलिस ने अतिरिक्त बल नहीं भेजे
भीड़ ने जेल के अंदर आरोपी को 2 से 3 घंटे तक ढूंढा
शाम साढ़े चार बजे : भीड़ ने कथित रेप के आरोपी को ढूंढ लिया
आरोपी के कपड़े फाड़े और पिटाई के बाद जेल से बाहर ले गए
शाम साढ़े पांच बजे : डीआईजी (जेल) सेंट्रल जेल पहुंचे
जब भीड़ को रोकने की कोशिश की गई तो जेल के कर्मचारियों को मारा गया
जब जवानों ने भीड़ पर बंदूक तानी तो भीड़ में कई लोग रोने लगे
लोगों ने जवानों से कहा, क्या वे अपने ही भाई-बहनों को मारेंगे
जेल के बाहर पुलिस कमांडर ने अपने अधिकारियों को हथियार न चलाने के लिए कहा
इस अफरातफरी में एनएससीएन के दो उग्रवादी भी फ़रार हो गए
दोनों राष्ट्रीय सुरक्षा क़ानून के तहत जेल में बंद थे
भीड़ में कई लोग कैदियों को फरार होने के लिए उकसा रहे थे
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