Bihar Assembly Elections 2020: बिहार के मुंगेर में मौजूदा स्थिति (Munger violence) के मद्देननजर चुनाव आयोग (ECI) ने तत्काल प्रभाव से जिले के एसपी और डीएम को हटाने का आदेश दिया है. यही नहीं, चुनाव आयोग ने पूरी घटना की AO डिवीजनल कमिश्नर मगध असांगबा चुबा की निगरानी में जांच के आदेश भी दिए है. अगले सात दिन में जांच पूरी करने को कहा गया है. आज से ही नए डीएम और एसपी की पोस्टिंग की जाएगी. गौरतलब है कि बिहार के मुंगेर में कोतवाली थाना क्षेत्र में सोमवार की शाम मूर्ति विसर्जन (idol immersion) के दौरान हिंसा हो गई थी. हिंसा में कई पुलिसवालों घायल हुए थे जबकि एक शख्स की मौत भी हुई थी. करीब 7 अन्य लोगों को भी गोली लगने की खबर है.
'जंगलराज का युवराज' पर PM मोदी को तेजस्वी का जवाब- 'जरा बेरोजगारी, भुखमरी पर भी बोल लेते'
जानकारी के अनुसार, शहर के दीनदयाल उपाध्याय चौक पर प्रतिमाओं को विसर्जन के दौरान असामाजिक तत्वों द्वारा जानबूझकर दुर्भावना से ग्रसित होकर पुलिस बल को निशाना बनाते हुए पथराव किया गया था. पुलिस द्वारा रोके जाने पर उग्र लोगों की ओर से फायरिंग भी की गई. पुलिस ने बताया कि भीड़ के हमले में संग्रामपुर थानाध्यक्ष, कोतवाली थानाध्यक्ष, कासिम बाजार थानाध्यक्ष, बासुदेवपुर ओपी अध्यक्ष के अलावा 17 अन्य पुलिसकर्मी भी जख्मी हुए हैं
BJP ने राहुल गांधी के खिलाफ EC को शिकायत की, आचार संहिता के उल्लंघन का लगाया आरोप
.बताया जा रहा है कि पुलिस को निशाना बनाकर लगातार पथराव किए जाने और भीड़ द्वारा फायरिंग कर शहर में अफवाह फैलाई गई और माहौल को खराब किए जाने का प्रयास किया गया. पुलिस ने घटनास्थल से तीन हथियार, गोलियां और खोखा भी बरामद किए थे. पुलिस के अनुसार प्रथम दृष्टया यह बात सामने आई है कि जानबूझकर कुछ लोगों द्वारा पुलिस पर मारपीट करने का झूठा आरोप लगाते हुए माहौल को खराब किया गया और भीड़ को पुलिस के खिलाफ उकसाया गया. मामले को लेकर कुछ उपद्रवियों को हिरासत में लिया गया है.
बिहार: मुंगेर में मूर्ति विसर्जन के दौरान पुलिस और पब्लिक की भिड़ंत
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं