मुंबई: खुद के पुलिस से पिटने का वीडियो वायरल होने बाद गायब रही पीड़िता नंदिता गोस्वामी आखिरकार सोमवार देर रात मीडिया के सामने आयी। नंदिता ने अपनी आपबीती बताते हुए यह दावा किया कि उसने पुलिस के ग़लत कामों पर सवाल उठाए तो उसे पीट दिया गया।
पिछले हफ्ते मंगलवार को नंदिता मुम्बई के प्रसिद्ध लालबाग़ के राजा के पंडाल में दर्शन के लिए पहुंची। नंदिता ने कहा कि उस पंडाल में पुलिस अपने परिचितों को और कुछ अन्य लोगों को कुछ लेनदेन के बदले लाइन में घुसा रही थी। इस पर उसने आपत्ति उठायी तो उसे पीटा गया। महिला पुलिसकर्मीयों ने पंडाल में न सिर्फ उसे बल्कि उसकी मां को भी पीटा। यही प्रताड़ना पुलिस स्टेशन में भी हुई।
हालांकि इतना होने के बाद नंदिता और उसके साथी ने पुलिस के खिलाफ़ अबतक शिकायत नहीं दर्ज करायी है। जबकि वे पुलिस द्वारा लगाया गया 1200 रुपये का जुर्माना भरकर चलते बने।
नंदिता के अलावा पत्रकार पूनम अपराज के साथ भी ऐसा ही वाकया पेश आया है। पूनम ने सोमवार को मुम्बई के पुलिस कमिश्नर से मुलाक़ात कर अपनी आपबीती सुनाई। साथ ही उसके साथ बदसलूकी करनेवाले पुलिसकर्मियों के नाम भी बताए।
इस बीच नंदिता गोस्वामी की पिटाई का वीडियो वायरल होते ही उसकी तीव्र प्रतिक्रिया आयी। शिवसेना की प्रवक्ता और विधायक नीलम गोहे ने पुलिस को मामले को संवेदनशीलता से संभालने की सलाह दी। वहीं वायरल हुआ वीडियो महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री तक पहुंचा तो वे हरकत में आए। महाराष्ट्र सरकार ने मामला गंभीर मान कर इसकी जांच के आदेश दिए। अब पुलिस को इसकी 48 घंटे में रिपोर्ट देनी है। मुम्बई पुलिस का डीसीपी स्तर का अधिकारी इसकी जांच करेगा।