कमला मिल में आग की घटना की जांच रिपोर्ट सीएम देवेंद्र फडणवीस को सौंप दी गई है.
मुंबई:
बीएमसी आयुक्त ने कमला मिल आग हादसे की अपनी जांच रिपोर्ट मुख्यमंत्री को सौंप दी है. रिपोर्ट में होटल मालिकों के साथ मिल मालिक, होटल के आर्किटेक्ट और इंटीरियर डेकोरेटर के खिलाफ भी आपराधिक मामला चलाने की सिफारिश की गई है.
मुंबई दमकल विभाग की तरह बीएमसी आयुक्त अजोय मेहता की जांच रिपोर्ट में भी मोजो बिस्त्रो से ही आग की शुरुआत होने की बात कही गई है. रिपोर्ट के मुताबिक मोजो बिस्त्रो पर अवैध छत बनाई गई थी. उसके लिए ज्वलनशील सामान का इस्तेमाल किया था.
यह भी पढ़ें : कमला मिल हादसा: मोजो बिस्त्रो रेस्तरां के सह-मालिक युग तुली गिरफ्तार
मोजो में चल रहे अवैध हुक्का पार्लर से ही आग की चिंगारी उड़ी और छत जलने लगी जो बढ़कर बगल के वन अबव रेस्टोरेंट तक पहुच गई. वन अबव की छत भी अवैध थी और ज्वलनशील सामान से बनी थी इसलिए वहां भी आग तेजी से फैली. नतीजा 14 लोग मौत के मुंह में समा गए.
ये साफ है दोनों ही रेस्टोरेंट में आग से सुरक्षा के कोई उपाय नहीं किए गए थे इसलिए दोनों ही रेस्टोरेंट के मालिक 14 बेगुनाहों की मौत के जिम्मेदार हैं. इसके अलावा छत पर अवैध निर्माण करने पर रोक न लगाने देने के लिए कमला मिल के मालिक, होटल के आर्किटेक्ट और अवैध निर्माण में ज्वलनशील सामान का इस्तेमाल करने वाले इंटीरियर डेकोरेटर भी हादसे के लिए उतने ही जिम्मेदार हैं. इसलिए दोनों रेस्टोरेंट के मालिकों के साथ मिल मालिक, आर्किटेक्ट और इंटीयर डिजायनर के खिलाफ भी आपराधिक मामला दर्ज कर कार्रवाई करने की सिफारिश की गई है.
VIDEO : कमला मिल हादसा: तीनों मालिक गिरफ्तार
अवैध निर्माण के खिलाफ कार्रवाई नहीं करने वाले बीएमसी के सम्बंधित पांच अधिकारियों को पहले ही निलंबित किया जा चुका है और उनकी जांच चल रही है. इसके साथ ही इमारत प्रस्ताव विभाग, जी दक्षिण विभाग कार्यालय और मुंबई दमकल विभाग के 10 कर्मियों की विभागीय जांच का प्रस्ताव भी दिया गया है.
मुंबई दमकल विभाग की तरह बीएमसी आयुक्त अजोय मेहता की जांच रिपोर्ट में भी मोजो बिस्त्रो से ही आग की शुरुआत होने की बात कही गई है. रिपोर्ट के मुताबिक मोजो बिस्त्रो पर अवैध छत बनाई गई थी. उसके लिए ज्वलनशील सामान का इस्तेमाल किया था.
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मोजो में चल रहे अवैध हुक्का पार्लर से ही आग की चिंगारी उड़ी और छत जलने लगी जो बढ़कर बगल के वन अबव रेस्टोरेंट तक पहुच गई. वन अबव की छत भी अवैध थी और ज्वलनशील सामान से बनी थी इसलिए वहां भी आग तेजी से फैली. नतीजा 14 लोग मौत के मुंह में समा गए.
ये साफ है दोनों ही रेस्टोरेंट में आग से सुरक्षा के कोई उपाय नहीं किए गए थे इसलिए दोनों ही रेस्टोरेंट के मालिक 14 बेगुनाहों की मौत के जिम्मेदार हैं. इसके अलावा छत पर अवैध निर्माण करने पर रोक न लगाने देने के लिए कमला मिल के मालिक, होटल के आर्किटेक्ट और अवैध निर्माण में ज्वलनशील सामान का इस्तेमाल करने वाले इंटीरियर डेकोरेटर भी हादसे के लिए उतने ही जिम्मेदार हैं. इसलिए दोनों रेस्टोरेंट के मालिकों के साथ मिल मालिक, आर्किटेक्ट और इंटीयर डिजायनर के खिलाफ भी आपराधिक मामला दर्ज कर कार्रवाई करने की सिफारिश की गई है.
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अवैध निर्माण के खिलाफ कार्रवाई नहीं करने वाले बीएमसी के सम्बंधित पांच अधिकारियों को पहले ही निलंबित किया जा चुका है और उनकी जांच चल रही है. इसके साथ ही इमारत प्रस्ताव विभाग, जी दक्षिण विभाग कार्यालय और मुंबई दमकल विभाग के 10 कर्मियों की विभागीय जांच का प्रस्ताव भी दिया गया है.
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