मध्य प्रदेश में सियासी हलचल के बीच ज्योतिरादित्य सिंधिया ने मंगलवार को कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया. ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ ही कांग्रेस के 19 विधायकों ने विधानसभा से इस्तीफा दे दिया है. कांग्रेस ने भी ज्योतिरादित्य को 'पार्टी विरोधी गतिविधियों' में शामिल होने पर पार्टी से निष्कासित कर दिया है. ज्योतिरादित्य के कांग्रेस छोड़ने पर उनकी बुआ और भाजपा नेता यशोधरा राजे सिंधिया ने खुशी जाहिर की है. उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा है, 'राजमाता के रक्त ने लिया राष्ट्रहित में फैसला. साथ चलेंगे, नया देश गढ़ेंगे,अब मिट गया हर फासला. ज्योतिरादित्य सिंधिया द्वारा कांग्रेस छोड़ने के साहसिक कदम का मैं आत्मीय स्वागत करती हूं.'
वहीं, पूर्व केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से मंगलवार को इस्तीफा देने के बाद उनके समर्थकों ने भी पार्टी को अलविदा कहना शुरू कर दिया है. सिंधिया के वफादार माने जाने वाले शहर कांग्रेस समिति के अध्यक्ष प्रमोद टंडन ने पार्टी की प्राथमिक सदस्यता छोड़ दी. टंडन ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को भेजे त्यागपत्र में कहा, "मैं विगत 13 वर्षों से इंदौर शहर कांग्रेस समिति का वह अध्यक्ष रहा हूं जिसने पार्टी के विपक्ष में रहने के दौरान कार्य किया. लेकिन कांग्रेस के राज्य की सत्ता में आते ही वे दलाल और अवसरवादी लोग सर्वेसर्वा हो गये जो उस समय कहीं नजर नहीं आते थे जब पार्टी विपक्ष में थी."
राजमाता के रक्त ने लिया राष्ट्रहित में फैसला साथ चलेंगे,नया देश गढ़ेंगे,अब मिट गया हर फासला।@JM_Scindia द्वारा कांग्रेस छोड़ने के साहसिक कदम का मैं आत्मीय स्वागत करती हूँ।
— Yashodhara Raje Scindia (@yashodhararaje) March 10, 2020
PM मोदी और अमित शाह से मुलाकात के बाद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने दिया कांग्रेस से इस्तीफा
19 विधायकों ने दिया इस्तीफा
मध्य प्रदेश से वरिष्ठ नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया द्वारा कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से त्यागपत्र देने के कुछ मिनटों बाद ही सिंधिया खेमे के 19 कांग्रेस विधायकों ने प्रदेश के राजभवन को विधानसभा सदस्यता से अपने इस्तीफे ई-मेल कर दिये. सिंधिया खेमे के विधायकों के इस कदम से प्रदेश में कमलनाथ के नेतृत्व वाली 15 महीने पुरानी कांग्रेस सरकार गिरने के कगार पर पहुंच गई है. राजभवन के एक अधिकारी ने बताया कि कांग्रेस के 19 विधायकों ने अपने त्यागपत्र राजभवन को भेज दिए हैं. खबरों के अनुसार सिंधिया खेमे के ये विधायक बेंगलुरु के एक रिजॉर्ट में ठहरे हुए हैं.
प्रदेश के राज्यपाल लालजी टंडन होली के अवकाश पर लखनऊ गए हुए हैं और प्रदेश के राजनीतिक घटनाक्रम को देखते हुए उनके आज शाम तक भोपाल लौटने की उम्मीद है. तय कार्यक्रम के अनुसार उन्हें 12 मार्च को भोपाल आना था. हालांकि इस बात की पुष्टि नहीं हो सकी है कि वह आज शाम को वापस लौट रहे हैं. कांग्रेस के बागी विधायकों के सूत्रों के मुताबिक सिंधिया खेमे के 19 विधायकों ने विधानसभा सदस्यता से अपने त्यागपत्र सौंपे हैं. इसके अलावा प्रदेश सरकार में शामिल सिंधिया खेमे के छह से अधिक मंत्री भी अपना त्यागपत्र सौंप सकते हैं.
वीडियो: मध्य प्रदेश में बड़ा सियासी फेरबदल
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