
अरुणाचल प्रदेश की अंशु जामसेनपा ने चौथी पर एवरेस्ट को फतह करने में सफलता पाई.
- 13 मई को चढ़ाई शुरू की थी, मंगलवार को सुबह नौ बजे एवरेस्ट पर पहुंचीं
- दलाई लामा ने दो अप्रैल को असम के गुवाहाटी में अंशु को किया था रवाना
- सबसे ऊंची चोटी पर दोहरी चढ़ाई करके रिकॉर्ड कायम करेंगी
क्या हमारी AI समरी आपके लिए उपयोगी रही?
हमें बताएं।
ईटानगर:
अरुणाचल प्रदेश की अंशु जामसेनपा ने मंगलवार को चौथी बार माउंट एवरेस्ट फतह करके इतिहास रच दिया. वे यह उपलब्धि हासिल करने वालीं पहली भारतीय महिला बन गईं. अंशु दुनिया की इस सबसे ऊंची चोटी पर दोहरी चढ़ाई की कोशिश करेंगी और इसके साथ वह पांच बार एवरेस्ट फतह करने का रिकॉर्ड अपने नाम कर लेंगी.
जामसेनपा दो बच्चों की मां हैं. उन्होंने 13 मई को तड़के 1.45 बजे अपनी चढ़ाई शुरू की थी और मंगलवार सुबह नौ बजे उन्होंने एवरेस्ट पर पहुंचकर राष्ट्रध्वज फहरा दिया. तिब्बती धर्मगुरु दलाई लामा ने इस वर्ष दो अप्रैल को असम के गुवाहाटी में जामसेनपा को हरी झंडी दिखाकर एवरेस्ट की दोहरी चढ़ाई के लिए रवाना किया था.
जामसेनपा ने मई 2011 में दो बार माउंट एवरेस्ट की चढ़ाई की थी और उसके बाद उन्होंने 18 मई, 2013 को एवरेस्ट फतह किया था. यदि इस बार वह अपनी दोहरी चढ़ाई में सफल हो जाती हैं, तो वह माउंट एवरेस्ट पर पांच बार चढ़ाई का रिकॉर्ड बना लेंगी. जामसेनपा के प्रवक्ता ने कहा, "अच्छी खबर यह है कि वह बिल्कुल स्वस्थ हैं और दोहरी चढ़ाई की कोशिश करेंगी."
(इनपुट आईएएनएस से)
जामसेनपा दो बच्चों की मां हैं. उन्होंने 13 मई को तड़के 1.45 बजे अपनी चढ़ाई शुरू की थी और मंगलवार सुबह नौ बजे उन्होंने एवरेस्ट पर पहुंचकर राष्ट्रध्वज फहरा दिया. तिब्बती धर्मगुरु दलाई लामा ने इस वर्ष दो अप्रैल को असम के गुवाहाटी में जामसेनपा को हरी झंडी दिखाकर एवरेस्ट की दोहरी चढ़ाई के लिए रवाना किया था.
जामसेनपा ने मई 2011 में दो बार माउंट एवरेस्ट की चढ़ाई की थी और उसके बाद उन्होंने 18 मई, 2013 को एवरेस्ट फतह किया था. यदि इस बार वह अपनी दोहरी चढ़ाई में सफल हो जाती हैं, तो वह माउंट एवरेस्ट पर पांच बार चढ़ाई का रिकॉर्ड बना लेंगी. जामसेनपा के प्रवक्ता ने कहा, "अच्छी खबर यह है कि वह बिल्कुल स्वस्थ हैं और दोहरी चढ़ाई की कोशिश करेंगी."
(इनपुट आईएएनएस से)
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं