अहमदाबाद:
गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से अनुरोध किया है कि वह नैरोबी में आतंकवादी हमले के भारतीय पीड़ितों के परिवार की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए अपने प्रभाव का इस्तेमाल करें। इस हमले में अब तक 69 लोग मारे जा चुके हैं।
प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को लिखे पत्र में मोदी ने कहा, ‘मैं जोर देकर अनुरोध करता हूं कि केंद्र सरकार को अपने सभी उपलब्ध संसाधनों का इस्तेमाल आतंकवादी हमले के पीड़ित भारतीयों और गुजरातियों के परिवारों को सुरक्षा और संरक्षण प्रदान करने के लिए करना चाहिए।’
मोदी ने कहा, ‘आतंकवादी हमले में मरने वालों और घायलों में कुछ भारतीय भी हैं। भारतीय भी पीड़ित हैं और उन्होंने जान गंवाई है और उनमें से कुछ घायल भी हुए हैं। इस अमानवीय कृत्य ने कई भारतीय मूल के परिवारों को असुरक्षित स्थिति में डाल दिया है और वे तत्काल भारत सरकार से मदद की उम्मीद करते हैं।’
उन्होंने कहा, ‘हम भी इस तरह के आतंकवादी हमलों के निशाने पर रहे हैं और हम निर्दोष लोगों के दर्द और पीड़ा को समझ सकते हैं। आतंकवाद के खिलाफ युद्ध लड़ने के लिए मानवतावादी ताकतों को साथ लाने का यह समय है।’
गुजरात में मिली रिपोर्ट के अनुसार नैरोबी मॉल पर हमले में राज्य मूल वाले कम से कम पांच लोग मारे गए हैं और कई अन्य घायल हुए हैं।
उन्होंने अपने पत्र में कहा, ‘‘मैं आपका ध्यान उस तथ्य की ओर आकृष्ट करना चाहता हूं कि केन्या में बड़ी संख्या में भारतीय और ज्यादातर गुजराती बसे हुए हैं।’’ भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार ने कल केन्या में भारत के उच्चायुक्त से बातचीत की थी और उनसे इस हमले के पीड़ितों की मदद करने का अनुरोध किया था।
नैरोबी के वेस्टगेट शॉपिंग मॉल में आज भारी गोलीबारी और विस्फोट की आवाजें सुनाई दीं। उधर, केन्याई सैनिक अलकायदा से जुड़े बंदूकधारियों से संघर्ष कर रहे हैं। आतंकवादियों ने दो भारतीयों समेत कम से कम 69 लोगों की हत्या के बाद लोगों को बंधक बना रखा है। रेडक्रॉस ने कहा कि कम से कम 63 लोग लापता हैं।
प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को लिखे पत्र में मोदी ने कहा, ‘मैं जोर देकर अनुरोध करता हूं कि केंद्र सरकार को अपने सभी उपलब्ध संसाधनों का इस्तेमाल आतंकवादी हमले के पीड़ित भारतीयों और गुजरातियों के परिवारों को सुरक्षा और संरक्षण प्रदान करने के लिए करना चाहिए।’
मोदी ने कहा, ‘आतंकवादी हमले में मरने वालों और घायलों में कुछ भारतीय भी हैं। भारतीय भी पीड़ित हैं और उन्होंने जान गंवाई है और उनमें से कुछ घायल भी हुए हैं। इस अमानवीय कृत्य ने कई भारतीय मूल के परिवारों को असुरक्षित स्थिति में डाल दिया है और वे तत्काल भारत सरकार से मदद की उम्मीद करते हैं।’
उन्होंने कहा, ‘हम भी इस तरह के आतंकवादी हमलों के निशाने पर रहे हैं और हम निर्दोष लोगों के दर्द और पीड़ा को समझ सकते हैं। आतंकवाद के खिलाफ युद्ध लड़ने के लिए मानवतावादी ताकतों को साथ लाने का यह समय है।’
गुजरात में मिली रिपोर्ट के अनुसार नैरोबी मॉल पर हमले में राज्य मूल वाले कम से कम पांच लोग मारे गए हैं और कई अन्य घायल हुए हैं।
उन्होंने अपने पत्र में कहा, ‘‘मैं आपका ध्यान उस तथ्य की ओर आकृष्ट करना चाहता हूं कि केन्या में बड़ी संख्या में भारतीय और ज्यादातर गुजराती बसे हुए हैं।’’ भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार ने कल केन्या में भारत के उच्चायुक्त से बातचीत की थी और उनसे इस हमले के पीड़ितों की मदद करने का अनुरोध किया था।
नैरोबी के वेस्टगेट शॉपिंग मॉल में आज भारी गोलीबारी और विस्फोट की आवाजें सुनाई दीं। उधर, केन्याई सैनिक अलकायदा से जुड़े बंदूकधारियों से संघर्ष कर रहे हैं। आतंकवादियों ने दो भारतीयों समेत कम से कम 69 लोगों की हत्या के बाद लोगों को बंधक बना रखा है। रेडक्रॉस ने कहा कि कम से कम 63 लोग लापता हैं।
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