यह ख़बर 23 मई, 2011 को प्रकाशित हुई थी

प्रधानमंत्री अफ्रीका शिखर बैठक के लिए रवाना

खास बातें

  • प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह सोमवार को अफ्रीका के छह दिवसीय दौरे पर रवाना हो गए।
नई दिल्ली:

प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह सोमवार को अफ्रीका के छह दिवसीय दौरे पर रवाना हो गए। इस दौरे से भारत की बढ़ रही ताकत को अफ्रीका महाद्वीप में बड़ा कूटनीतिक व आर्थिक समर्थन मिलेगा। अपने इस दौरे में सिंह इथोपिया की राजधानी अदिस अबाबा में भारत-अफ्रीका मंच की दूसरी शिखर बैठक में हिस्सा लेंगे। उसके बाद वह तंजानिया जाएंगे।  मनमोहन सिंह सोमवार अपराह्न् लगभग 4.30 बजे अदिस अबाबा पहुंचेंगे। वह मंगलवार से शुरू हो रहे दो दिवसीय भारत-अफ्रीका मंच की शिखर बैठक में अफ्रीकी संघ के अध्यक्ष एवं इक्वे टोरियल गिनी के राष्ट्रपति तेओदोर ओबियांग नुएमा मासोगो के साथ सह अध्यक्षता करेंगे। इस शिखर बैठक में 15 अफ्रीकी देशों के नेता अफ्रीका का प्रतिनिधित्व करेंगे। इन नेताओं का चयन अफ्रीकी संघ द्वारा एक भागीदारी फामूर्ले के तहत किया गया है। यह फार्मूला भारत और अफ्रीकी संघ के बीच 2006 की गर्मी में गाम्बिया की राजधानी बांजुल में तय हुआ था। शिखर बैठक में हिस्सा ले रहे अफ्रीकी देशों में अल्जीरिया, बुरंडी, चाड, मिस्र, इक्वे टोरियल गिनी, इथोपिया, केन्या, लीबिया, मलावी, नामीबिया, मॉरिटानिया, नाइजीरिया, सेनेगल, दक्षिण अफ्रीका और स्वाजीलैंड शामिल हैं। अफ्रीकी संघ आयोग के अध्यक्ष जीन पिंग भी शिखर बैठक में हिस्सा लेंगे। शिखर बैठक के बाद अदिस अबाबा घोषणा पत्र और संवर्धित सहयोग के लिए अफ्रीका-भारत प्रारूप जारी होगा, जिसमें अगले कुछ वर्षो के लिए भारत-अफ्रीका सम्बंधों की एक महत्वाकांक्षी रूपरेखा शामिल होगी। भारत-अफ्रीका मंच की पहली शिखर बैठक भारत में अप्रैल 2008 में हुई थी। शिखर बैठक के समापन के दिन बुधवार को प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह कई अधोसंरचना परियोजनाओं के लिए 50 करोड़ डॉलर कीमत के नए ऋण और भारत सरकार के इंडियन टेकि्न कल एंड इकॉनॉमिक कोऑपरेशन कार्यक्रम के तहत अफ्रीकी विद्यार्थियों के लिए छात्रवृत्तियों में वृद्धि की घोषणा कर सकते हैं। मनमोहन सिंह, प्रधानमंत्री के रूप में अपने सात वर्षो के कार्यकाल के दौरान तीसरी बार अफ्रीका दौरे पर हैं। मनमोहन सिंह ने अपने दौरे से पूर्व अफ्रीका को भारत के उच्च कूटनीतिक प्राथमिकता पर रखा। उन्होंने कहा, "अफ्रीका दुनिया के एक नए विकास स्तम्भ के रूप में उभर रहा है।" उन्होंने आशा जाहिर की कि यह शिखर बैठक ऐतिहासिक होगी, जो "भारत और अफ्रीका के बीच एक मजबूत और उद्देश्यपरक साझेदारी" के विस्तार में मददगार साबित होगी। रविवार की रात अपने बयान में सिंह ने कहा था कि भारत-अफ्रीका की साझेदारी "क्षमता विकास और कौशल स्थानांतरण, व्यापार एवं अधोसंरचना विकास जैसे तीन स्तम्भों" पर टिकी हुई है। मनमोहन सिंह अदिस अबाबा में अफ्रीकी देशों के आधा दर्जन नेताओं के साथ द्विपक्षीय बैठकें भी करेंगे। वह तंजानिया के लिए रवाना होने से पहले गुरुवार को इथोपियाई संसद के संयुक्त सत्र को भी सम्बोधित करेंगे। मनमोहन सिंह दर एस सलाम में तंजानिया के राष्ट्रपति जकाया किकवेटे के साथ व्यापक बातचीत में हिस्सा लेंगे। प्रधानमंत्री शनिवार रात नई दिल्ली लौट आएंगे।


Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com