पश्चिम बंगाल में 8 चरणों में विधानसभा चुनाव ( West Bengal 8 Phases Election) के ऐलान से मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) भड़क गई हैं. ममता ने शुक्रवार को 5 राज्यों के चुनाव का ऐलान के बाद प्रेस कान्फ्रेंस कर चुनाव आयोग के फैसले पर सवाल उठाए. तमिलनाडु, केरल, असम और पुदुच्चेरी से अलग पश्चिम बंगाल में मतदान प्रक्रिया 27 मार्च से शुरू होगी. बंगाल में आठ चरणों में 33 दिनों की मैराथन चुनाव प्रक्रिया के बाद दो मई को नतीजे घोषित होंगे
ममता बनर्जी ने कहा कि उन्हें संदेह है कि तारीखों का ऐलान बीजेपी के चुनाव प्रचार अभियान के बेहतर प्रबंधन के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) और गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) के सुझावों के आधार पर निर्धारित की गई है. ममता बनर्जी ने कहा कि चुनाव आयोग को पश्चिम बंगाल को ‘भगवा खेमे की आंखों से' नहीं देखना चाहिए, उनका इशारा BJP की ओर था.
तृणमूल कांग्रेस (Trinamool Congress) सुप्रीमो ने कहा, ‘मैं चुनाव आयोग का सम्मान करती हैं, लेकिन सवाल खड़े किए जा रहे हैं कि बंगाल में कई चरणों में चुनाव क्यों होंगे, जबकि अन्य राज्यों में एक चरण में मतदान होगा. यदि चुनाव आयोग लोगों से इंसाफ नहीं करता तो लोग कहां जाएंगे. लेकिन ममता ने दावा किया कि इन सभी चालों के बावजूद वह चुनाव जीतेंगी.
ममता ने कहा, ‘‘मुझे अपने सूत्रों से जानकारी मिली है कि चुनाव की तारीखें उसी अनुरूप हैं, जिस तरह से बीजेपी चाहती थी. प्रधानमंत्री और गृह मंत्री बंगाल के चुनाव के लिए अपनी शक्ति का दुरुपयोग नहीं कर सकते हैं.' बनर्जी ने तृणमूल कांग्रेस के चुनाव जीतने पर भरोसा जताते हुए कहा कि वह बंगाल की बेटी हैं और राज्य को बीजेपी से बेहतर जानती हैं.
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं